आधी रात सांसद रंजीता कोली के घर पर हमला, फायरिंग से बेहोश कोली अस्पताल में भर्ती, फिर दी धमकी

बदमाशों ने फायरिंग के बाद एक घमकी भरा पत्र किया चस्पा, जिसमें लिखा कि दलित है दलित की तरह रह पहले भी तेरे को छोड़ दिया था, अपनी औकात में रह नहीं तो अगली बार सीधे गोली मार दी जाएगी और कोई नहीं बचा पाएगा

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Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में महिला सुरक्षा और बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर लगातार बीजेपी के निशाने पर चल रही गहलोत सरकार को घेरने का एक और बड़ा मुद्दा विपक्ष को मिल गया है. हाल ही में राजधानी जयपुर में बीजेपी की पूर्व विधायक अमृता मेघवाल की गाड़ी पर सरेआम पत्थरों से हमले का मामला सामने आया था. तो वहीं मंगलवार आधी रात को बीजेपी से भरतपुर सांसद रंजीता कोली के बयाना स्थित आवास पर अज्ञात हथियारबंद बदमाशों ने फायरिंग कर हमला कर दिया. अचानक हुए हमले और फायरिंग से सांसद कोली बेहोश हो गईं. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बेहोश सांसद रंजीता कोली को बयाना के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया. वहीं, अज्ञात बदमाश हमला करने के बाद सांसद रंजीता कोली के घर पर एक धमकी भरा पत्र भी चस्पा कर फरार हो गए.

अपनी औकात में रह नहीं तो अगली बार सीधे गोली मार दी जाएगी
मंगलवार मध्यरात्रि को सांसद रंजीता कोली के बयाना स्थित आवास पर कुछ अज्ञात बदमाशों ने फायरिंग कर दी. साथ ही हमलावरों ने सांसद के घर के दरवाजे पर एक धमकी भरा पत्र भी चस्पा कर दिया. पत्र में साफ तौर पर लिखा कि दलित है दलित की तरह रह पहले भी तेरे को छोड़ दिया था. बदमाशों में पत्र में धमकी देते हुए लिखा की अपनी औकात में रह नहीं तो अगली बार सीधे गोली मार दी जाएगी और कोई नहीं बचा पाएगा.

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आपको बता दें, सांसद रंजीता कोली पर हमले का यह पहला मामला नहीं है. करीब 6 माह पूर्व 27 मई 2021 की रात को भी सांसद कोली की गाड़ी पर अज्ञात बदमाशों ने हमला कर दिया था. बाद में एक अन्य बदमाश ने सांसद को फोन कर गोली मारने की धमकी दी, जिसे पुलिस ने पकड़ लिया था.

ऐसे में अब प्रदेश भाजपा को महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था कर मुद्दे पर गहलोत सरकार को घेरने का एक और बढ़िया मौका मिल गया है. हाल ही में कुछ दिन पहले 7 नवंबर को जयपुर के ट्रांसपोर्ट नगर थाना इलाके में भारतीय जनता पार्टी की पूर्व विधायक अमृता मेघवाल पर हमला करने का सनसनीखेज मामला सामने आया था. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि जब विधायक और सांसद जैसे जनप्रतिनिधि ही सुरक्षित नहीं हैं तो आम आदमी की सुरक्षा की क्या बात करें.

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