Thursday, January 16, 2025
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राजस्थान, पंजाब के बाद अब हरियाणा!, हुड्डा समर्थकों की दो टूक- शैलजा को हटाओ: राजस्थान, पंजाब और छत्तीसगढ़ के बाद अब हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल के सामने खुलकर सामने आई गुटबाजी, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के समर्थक 19 विधायकों ने दिल्ली में प्रभारी बंसल से की मुलाकात, कहा- प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा को हटाओ और हरियाणा की कमान हुड्डा को दी जाए,  हुड्डा समर्थक विधायकों का है कहना- ‘प्रदेश में इस बार 43 नगर परिषद और नगर पालिकाओं के अध्यक्ष सहित कुछ नगर निगम के मेयर के चुनाव होने हैं सीधे रूप से, इसके बाद होने हैं पंचायत चुनाव, चुनावों को देखते हुए प्रदेश और ब्लॉक स्तर के संगठन को किया जाना चाहिए खड़ा और ये केवल हुड्डा के नेतृत्व में ही है संभव, रणदीप सुरजेवाला, कुलदीप विश्नोई, कैप्टन अजय यादव, किरण चौधरी प्रदेशाध्यक्ष शैलजा को सौंप चुके हैं अपने समर्थकों की सूची, हुड्डा समर्थक विधायकों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों के बिना हरियाणा प्रदेश का संगठन होगा अधूरा, संगठन के गठन को लेकर प्रदेश अध्यक्षा कुमारी शैलजा पूर्व मुख्मयंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को महज तीन जिलों रोहतक, सोनीपत व झज्जर तक रखना चाहती है सीमित’ इससे पहले भी कई बार सियासी हलकों में होती रही है चर्चा, भूपेन्द्र हुड्डा द्वारा कांग्रेस को छोड़कर हरियाणा में अपनी पार्टी खड़ी करने की बात

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कृषि कानूनों को पूरी तरह खारिज करने के पक्ष में नहीं पवार, बोले- ‘विवादित भाग में हो संशोधन’: केन्द्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन, कृषि कानूनों को लेकर सियासत भी है जारी, NCP सुप्रीमो शरद पवार से पूछा गया कि क्या किसानों की मांग को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में प्रस्ताव लाएगी? सवाल के जवाब में देश के पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा- ‘पूरे बिल को खारिज कर देने के बजाए हम उस भाग में संशोधन कर सकते हैं जिसे लेकर किसानों को है आपत्ति, महाराष्ट्र सरकार के मंत्रियों का एक समूह केंद्र से पारित कृषि कानून के अलग-अलग पहलुओं का कर रहा है अध्ययन, इस कानून से संबंधित सभी पक्षों से विचार करने के बाद ही इसे लाया जाएगा विधानसभा पटल पर’, पवार ने कहा- ‘राज्यों को अपने यहां इस कानून को पास करने से पहले इसके विवादित पहलुओं पर करना चाहिए विचार तभी लेना चाहिए कोई फैसला’, पवार ने कहा- ‘उन्हें नहीं लगता है कि महाराष्ट्र के दो दिनों के सत्र में ये आ पाएगा’. एनसीपी अध्यक्ष ने कहा- ‘यदि ये आता है तो इस पर विचार किया जाना चाहिए, कृषि कानूनों पर केंद्र से पुनर्विचार की मांग कर चुके’, शरद पवार ने एक बार फिर कहा कि- ‘किसान पिछले 7 महीने से कर रहे हैं प्रदर्शन, डेडलॉक तोड़कर केंद्र को पहल करते हुए किसानों से करनी चाहिए बातचीत’
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नाकामी छिपाने के लिये घिनौना खेल नहीं खेले गहलोत सरकार, नहीं तो जल उठेगा राजस्थान-सिंघवी: ACB की एफआईआर में आरएसएस के क्षेत्र प्रचारक निंबाराम का नाम आने का मामला, छबडा विधायक और पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी बड़ा बयान- जो पार्टी देश में अपने वजूद को बचाने के लिये कर रही हो संघर्ष, जिस पार्टी में दो साल से बिना राष्ट्रीय अध्यक्ष के चल रहा हो काम, जिस पार्टी को छोड़ रहे हो दिग्गज, राष्ट्रीय स्तर से लेकर राज्य स्तर तक जिस पार्टी में हो झगड़े, राजस्थान पंजाब हो या फिर कर्नाटक, जिस पार्टी में 23 नाम का अलग गुट हो, ऐसी पार्टी जिस पर से जनता का उठ गया हो विश्वास, उस पार्टी के नेता राष्ट्र की हर विपत्ति में खड़े होने वाले और देश पर मर मिटने वाले संगठन RSS के क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम को आरोपी बनाने पर है तुली, प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपने आपसी झगड़े और नाकामी छिपाने के लिये प्रचारक निम्बाराम को फंसा रही है षडयंत्र में, राज्य सरकार की इस हरकत पर चुप नहीं बैठेगी भाजपा, अगर सरकार ऐसा करती है तो जल उठेगा राजस्थान, सरकार से नहीं संभलेगी कानून व्यवस्था, राज्य सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए ऐसा घिनौना खेल नहीं खेले’
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