‘क्या मजबूरी थी जो 12 घंटे बाद ही रिश्वतखोर को छोड़ा गया?- कटारिया, बोले- ‘भ्रष्टाचार करे तो मेरे बेटे को भी दो सख्त सजा’: नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने ACB और सरकार पर साधा निशाना, रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए भरतपुर आरबीएम हॉस्पिटल के डॉ अनिल गुप्ता को 12 घंटों के भीतर ही छोड़ देने का मामला गर्माया, अनिल गुप्ता की रिहाई पर अब प्रदेशभर में हो रही सियासत, विधानसभा नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने इसे प्रदेश सरकार का भ्रष्टाचार दिया है करार, कटारिया ने ACB की कार्यशैली पर भी उठाए सवाल, गुलाबचंद कटारिया ने कहा- ‘2 हजार की रिश्वत लेते डॉक्टर को किया गया था रंगे हाथों गिरफ्तार, 12 घंटे के भीतर ही न जाने ऐसी कौन सी मजबूरी आई कि रिश्वतखोर मुजरिम को छोड़ दिया गया, इस मामले की होनी चाहिए जांच’, गुलाबचंद कटारिया ने राजस्थान की गहलोत सरकार पर साधा निशाना- ‘राजस्थान में भ्रष्टाचार है चरम पर, महामारी के दौर में डॉक्टर लूट रहे हैं गरीब जनता को, ऐसे में ACB की यह कार्रवाई उनके दोहरे चरित्र को है बताती’, कटारिया ने कहा- ‘भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार को जीरो टोलरेंस पर करना चाहिए काम, अगर मेरा बच्चा भी भ्रष्टाचार करे तो उसे भी मिलनी चाहिए सख्त से सख्त सजा, तभी प्रदेश से भ्रष्टाचार हो पाएगा खत्म’, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने भरतपुर के आरबीएम अस्पताल के सर्जन डॉक्टर अनिल गुप्ता को 2 हजार की रिश्वत लेते किया था ट्रैप, गिरफ्तारी के कुछ ही घंटों बात गुप्ता के रसूख के चलते कर दिया गया था रिहा, जिसको लेकर बीजेपी जहां सरकार के खिलाफ है आक्रामक मोड में, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के डीजी बी एल सोनी इस पूरे मामले को बताया है मेडिकल इमरजेंसी