रिटायरमेंट के बाद क्या बन सकते हैं, ब्यरोक्रेसी-ज्यूडिशरी द्वारा इसकी चिंता करना अत्यंत गंभीर विषय- गहलोत: राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से दो दिवसीय ऑल इंडिया लीगल सर्विसेज मीट कार्यक्रम में मुख्यमंत्री गहलोत का भाषण बना चर्चा का विषय, सीएम गहलोत ने कहा- रिटायरमेंट के बाद हम क्या बन सकते हैं, ब्यरोक्रेसी और ज्यूडिशरी द्वारा इसकी चिंता करना अत्यंत गंभीर विषय, एक वक्त था जब सुप्रीम कोर्ट के 4 जजों ने देश के लोकतंत्र को बताया खतरे में, फिर उनमें से एक जज CJI बन गए और फिर मेंबर ऑफ पार्लियामेंट भी बन गए, यही नहीं, जिन व्यवस्थाओं पर गोगोई ने उठाए थे सवाल, उनके CJI बनने के बाद भी उसमें नहीं हुआ कोई बदलाव, शिंदे साहब बैठे हुए हैं यहां, एक शिंदे ये बैठे हुए हैं और एक शिंदे वहां मुख्यमंत्री बन गए, बताइए आप, लोकतांत्रिक तरीके से चुनी सरकार को तोड़ा जा रहा है हॉर्स ट्रेडिंग के जरिए, ये तो मेरी सरकार कैसे बच गई ये भी आश्चर्य हो रहा है देश के अंदर, वरना आपको यहां खड़ा नहीं मिलता मैं, रिजुजु जी के सामने कोई दूसरा मुख्यमंत्री मिलता आपको अभी, ‘टच एंड गो’ का मामला ही था यहां भी