‘शिकारियों को मिलेगी कड़ी सजा तो रुकेगी शिकार की घटनाएं’- विश्नोई, गौसेवा को बताया परम धर्म

लोहावट में गौशाला का स्थापना समारोह, विश्नोई समाज के संरक्षक कुलदीप विश्नोई सहित गणमान्य लोग रहे मौजूद, बोले- शिकारियों को मिलेगी कड़ी सजा तभी रुकेंगीं शिकार की घटनाएं, मारवाड़ में गौसेवा करना परम धर्म, विपरीत परिस्थितियों में गौसेवा को बताया प्रेरणादायक

शिकारियों को मिलेगी कड़ी सजा तो रुकेगी शिकार की घटनाएं- विश्नोई
शिकारियों को मिलेगी कड़ी सजा तो रुकेगी शिकार की घटनाएं- विश्नोई

Politalks.News/Rajasthan. अखिल भारतीय विश्नोई महासभा के संरक्षक कुलदीप विश्नोई ने जोधपुर के दो दिवसीय दौरे के दौरान कई सामाजिक कार्यक्रमों में शिरकत की. इस दौरान पूर्व विधायक मलखान सिंह विश्नोई, उनके पुत्र विधायक महेन्द्र विश्नोई, विधायक पब्बाराम विश्नोई, विधायक किसनाराम विश्नोई, महासभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष देवेन्द्र बुडिया ने उनका जोरदार स्वागत किया. कुलदीप बिश्नोई ने इस दौरान महासभा के पदाधिकारियों के और चर्चा की तथा राजस्थान में बढ़ते जा रहे वन्य जीवों के शिकार पर चिंता प्रकट की.

विश्नोई महासभा के संरक्षक कुलदीप विश्नोई ने सरकार से सख्त वन्य जीव संरक्षण कानून बनाए जाने की मांग करते हुए कहा कि, ‘शिकारियों को कड़ी से कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए, तभी उनके खौफ पैदा होगा और शिकार की घटनाएं रूकेंगी’. कुलदीप विश्नोई ने लोहावट में गौशाला स्थापना पर आयोजित विशाल कार्यक्रम में भाग लेते हुए कहा कि, ‘मारवाड़, मरूस्थल की इस धरती पर गायों की सेवा करना, चारे का प्रबंध करना, पानी का प्रबंधन करना मानवता के सबसे बड़े धर्मों में से एक है, जो व्यक्ति गौ माता की सेवा पूजा करता है उस पर आने वाली सभी प्रकार की विपदाओं को गौ माता हर लेती है. गौ सेवा करने से मानव जीवन को सुख-शांति और समृद्धि मिलती है. हिंदू धर्म में गौ सेवा करना हमारा परम धर्म माना गया है’.

मारवाड़ के विकट हालातों का जिक्र करते हुए कुलदीप विश्नोई ने कहा कि, ‘ऐसी परिस्थितियों जहां पर 50 डिग्री सेल्सियस तक तापमान पहुंच जाता है, ऐसे मौसम में गौ भक्तों की बेसहारा गायों के प्रति लग्न और सेवा आने वाली पीढ़िय़ों के लिए हमेशा ही प्रेरणादायी रहेंगी. गौ माता का हमारे समाज, हमारे धर्म और हमारे जीवन-यापन में बहुत ही ज्यादा महत्व हमेशा से ही रहा है’. गुरु जंभेश्वर महाराज का जिक्र करते हुए विश्नोई ने कहा कि, ‘गुरू जंभेश्वर महाराज ने खुद 7 साल की अल्पआयु में ही गाय चराना शुरू करके 34 वर्ष की आयु तक लगातार 27 वर्ष गाय चराई थी. गाय को भगवान ने ऐसा जीव बनाया है जो गर्मी को भी सहन कर जाता है’.

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हरियाणा के दिग्गज कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक कुलदीप विश्नोई ने कहा कि, ‘गाय न केवल हमारी आस्था जुड़ी हुई है, बल्कि हमारे जीवन यापन का भी गाय प्रमुख साधन है. शब्दवाणी में भी कहा है कि गाय की रक्षा करना प्रत्येक मनुष्य का धर्म है. कृष्ण भगवान, गुरू जंभेश्वर महाराज के साथ-साथ रहीम ने भी गऊएं चराई है’. मारवाड़ के गोपालन की परंपरा का जिक्र करते हुए कुलदीप ने कहा कि, ‘मारवाड़ में तो बड़ी संख्या में गाय अंधी भी हो जाती हैं. इन गायों की सेवा करने से बढ़कर कोई पुण्य नहीं है. मैं उन सभी गौभक्तों को बधाई देता हूं जो यह महान कार्य कर रहे हैं और वर्तमान युवा पीढ़ी के साथ आने वाली पीढिय़ों के लिए एक मिशाल पेश कर रहे हैं’.

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लोहावट में गौशाला स्थापना पर आयोजित विशाल कार्यक्रम विश्नोई समाज के संरक्षक कुलदीप विश्नोई सहित गणमान्य लोगों ने शिरकत की. समारोह में बड़ी संख्या में विश्नोई समाज के लोग भी मौजूद रहे. इस दौरान समाज के प्रगृति और जीवों की सुरक्षा को लेकर भी मंथन हुआ.

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