‘वो आंसू टिकैत के आंसू नहीं थे बल्कि हिन्दुस्तान के किसानों के दर्द के आंसू थे- खचारियावास’: महात्मा गाँधी की पुण्यतिथि के मौके पर कांग्रेस कार्यालय पहुंचे परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने साधा मोदी सरकार पर निशाना, मीडिया से बात करते हुए हुए खचारियावास ने कहा- ‘लाल किला कोई बीजेपी का ऑफिस या कार्यालय नहीं है, लाल किला देश की आन बान शान का प्रतीक है, आंदोलनकारी लाल किले में घुसे लेकिन वो तिरंगा लेकर घुसे थे, और जो आंसू 28 जनवरी को बहे वो राकेश टिकैत के आंसू नहीं थे बल्कि हिन्दुस्तान के किसानों के दर्द के आंसू थे, प्रधानमंत्री में बहुत घमंड है, न तो वो बात करते और न ही समस्या का समाधान करते हैं,’ ट्रेक्टर परेड के दौरान एक किसान के शव को तिरंगे से ढके जाने पर खाचरियावास ने कहा- ‘किसान के शव को तिरंगे से क्यों नहीं ढका जा सकता?’

'Those tears were not the tears of Tikait, but the tears of the pain of the farmers of Hindustan - Khachariwas'
'Those tears were not the tears of Tikait, but the tears of the pain of the farmers of Hindustan - Khachariwas'
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