संसद में कुछ शब्दों पर लगी रोक, बोला विपक्ष- करें तो करें क्या, बोलें तो बोलें क्या? सिर्फ वाह मोदी जी वाह!: संसद के मानसून सत्र से पहले लोकसभा सचिवालय ने कई असंसदीय शब्दों की एक सूची की जारी, अब से इन शब्दों का संसद के दोनों सदनों लोकसभा एवं राज्यसभा में नहीं किया जा सकेगा उपयोग, सांसद सदन में चर्चा के दौरान जुमलाजीवी, कोरोना स्प्रेडर, जयचंद, शकुनि, जयचंद, लॉलीपॉप, चांडाल चौकड़ी, गुल खिलाए, पिट्ठू जैसे शब्दों का नहीं कर सकेंगे उपयोग, केंद्र सरकार के इस फैसले पर विपक्ष ने उठाए सवाल, TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्वीट कर हुए लिखा- ‘बैठ जाएं, बैठ जाइये, प्रेम से बोलें, लोकसभा और राज्यसभा की नई असंसदीय शब्दों की सूची में नहीं है संघी शब्द शामिल, मूल रूप से सरकार ने विपक्ष द्वारा इस्तेमाल किए गए सभी शब्दों के इस्तेमाल को रोकने के लिए किया है यह काम, कैसे भाजपा भारत को नष्ट कर रही है और उन पर प्रतिबंध लगा रही है’, वहीं शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा- अगर करें तो करें क्या, बोलें तो बोलें क्या? सिर्फ वाह मोदी जी वाह! यह पॉप्युलर मीम अब सच्चाई होती नजर आ रही है’

अब संसद में नहीं बोल सकेंगे जुमलाजीवी, जयचंद, शकुनि जैसे शब्द
अब संसद में नहीं बोल सकेंगे जुमलाजीवी, जयचंद, शकुनि जैसे शब्द
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