जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित राजस्थान कांग्रेस के प्रांतीय अधिवेशन में फिर गूंजा ब्यूरोक्रेसी की मनमानी का मुद्दा, सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के कई विधायकों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने एकमत से उठाया यह मुद्दा, युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व डूंगरपुर विधायक गणेश घोगरा, प्रतापगढ़ विधायक रामलाल मीणा सहित ओड़ियोटोरिम में मौजूद विभिन्न कांग्रेस संगठन के कार्यकर्ताओं ने प्रशासन द्वारा सुनवाई नहीं करने के लगाए आरोप, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के सामने लगाए अधिकारियों द्वारा सुनवाई नहीं करने व मनमानी करने के आरोप, हुआ यूं कि जब आगामी बजट में शामिल होने वाले मुद्दों सहित अन्य मुद्दों पर विधायकों सहित पार्टी कार्यकर्ताओं से की जा रही थी चर्चा, जब प्रतापगढ़ विधायक रामलाल मीणा ने प्रशानिक अधिकारियों पर सुनवाई नहीं करने के लगाए आरोप, मीणा को देखकर प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष व विधायक गणेश घोगरा का भी जाग उठा दर्द, घोघरा ने कहा- जिस SDM ने मेरे खिलाफ रचा था षड्यंत्र, वह अभी भी मेरे ही जिले में है कार्यरत, हम विधायक व संगठन से जुड़े लोगों की ही अगर अधिकारी नहीं करेंगे सुनवाई, तो आम जनता के बारे में तो बात करना ही होगा बेईमानी, हम आमजन से जुड़े मुद्दे ही रखते हैं अधिकारियों के सामने, जिसकी यहां केअधिकारी नहीं करते सुनवाई,’ इसके बाद इस मुद्दे पर बिड़ला ओड़ियोटोरिम में मौजूद अनेकों कार्यकर्ताओं ने एक मत में मिलाया सुर और कहा- हमारी भी अधिकारी नहीं करते सुनवाई, इससे पहले भी गहलोत सरकार में मंत्री विश्वेन्द्र सिंह, रमेश मीणा व प्रताप सिंह खाचरियावास इस मुद्दे को उठा चुके हैं प्रमुखता से