विधायकों से रायशुमारी के बीच उठने लगी कांग्रेस के हारे हुए प्रत्याशियों की भी बात सुनने की मांग: प्रदेश प्रभारी अजय माकन द्वारा कांग्रेस और समर्थित विधायकों के साथ रायशुमारी का दौर जारी, अब उठ रही चुनाव में हारे हुए प्रत्याशियों से भी चर्चा करने की मांग, चाकसू विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने रखी मांग, कहा- ‘चुनाव में हारे प्रत्याशियों से भी की जानी चाहिए रायशुमारी, केवल जीते हुए प्रत्याशियों से ही क्यों की जा रही बात, वो भी हैं हमारे ही साथी, हारे हुए प्रत्याशियों को भी है अपनी बात रखने का हक,’ यहां तक कि माकन के दौरे से पहले बताया गया था कि हारे हुए प्रत्याशियों से भी की जाएगी बात, लेकिन ऐन समय पर बदला क्या यह कार्यक्रम, सूत्रों का दावा- हारे हुए प्रत्याशियों में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के समर्थक हैं ज्यादा, इसलिए शायद ऐनवक्त पर बदला गया इन प्रत्याशियों के साथ चर्चा का कार्यक्रम, वहीं अब हारे हुए प्रत्याशियों की नई पीड़ा आई सामने, जिन प्रत्याशियों की हुई है बहुत कम अंतर से हार, यानी जो प्रत्याशी 5000 या इसके आसपास के बहुत कम अंतर से हारे हैं, यहां तक कि पार्टी भी ऐसे प्रत्याशियों की हार को हार नहीं मानती है, आज भी ऐसे विधानसभा क्षेत्रों होने वाले प्रशासनिक फैसलों में सरकार भी इन प्रत्याशियों से ही करती है चर्चा, कम से कम ऐसे प्रत्याशियों से भी की जानी चाहिए रायशुमारी, संख्या में बहुत कम ऐसे लोग दे सकते हैं आलाकमान को सही फीडबैक, आखिर राजस्थान में कांग्रेस की सरकार रिपीट करने के लिए क्या सही कदम उठा सकती है पार्टी, इनमें से कुछ प्रत्याशियों ने अपनी पीड़ा पहले ही रखी हुई है आलाकमान के सामने, हारे हुए इन प्रत्याशियों ने बीएसपी और निर्दलीय विधायकों की मनमानी के बारे में दी थी आलाकमान को जानकारी, पार्टी प्रत्याशियों को हराने वालों की सुनवाई होने और कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वालों की सुनवाई नहीं होने का लगाया था आरोप, तो क्या आलाकमान के विशेष दूत बनकर आए अजय माकन करेंगे ऐसे प्रत्याशियों की यह ख्वाहिश पूरी, क्या माकन इन हारे हुए प्रत्याशियों से भी करेंगे ‘रायशुमारी’?

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