Politalks.News/Rajasthan. कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता रहे दिवंगत अहमद भाई पटेल के बेटे फैजल पटेल शुक्रवार को जयपुर पहुंचे. पटेल के जयपुर पहुंचने पर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता पेनलिस्ट सादिक खान चौहान ने गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया. इससे पहले फैजल पटेल ने अजमेर दरगाह में जियारत कर अपने पिता की मगफिरत के लिए दुआ की और फिर मुस्लिम समाज के प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात की. अजमेर से आए फैजल ने जयपुर में वक्फ बोर्ड कार्यालय पहुंचकर बोर्ड अध्यक्ष और कांग्रेसी नेताओं से शिष्टाचार भेंट की. इसके बाद फैजल पटेल ने पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से भी मुलाकात की. फैजल का रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के केरल से लौटने के बाद मुलाकात का कार्यक्रम भी है.
मीडिया से बात करते हुए फैजल ने भाजपा पर निशाना साधा. पटेल ने कहा कि भाजपा का ऑपरेशन लोटस यहां सफल नहीं होगा, क्योंकि राजस्थान में कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता पूरी तरह एकजुट हैं और सरकार यहां पूरे 5 साल चलेगी, ऐसी मेरी दुआएं भी हैं. इस बीच फैजल ने एक ऐसा बयान दे डाला, जो कई कांग्रेसियों को रास नहीं आया. फैजल ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की तारीफ करते हुए कहा कि हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी बहुत वरिष्ठ राजनेता है और उन्होंने कौम के लिए काफी काम किया है. मेरे उनसे बहुत अच्छे रिश्ते हैं और कौम के लिए यदि वह काम करेंगे तो मैं उनका सहयोग करूंगा. सोनिया गांधी के नजदीकी रहे अहमद पटेल के बेटे का कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान में आकर ओवैसी को अपना मित्र और सगा बताया जाना सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है.
दरअसल, कांग्रेस के ज्यादातर नेता ओवैसी को पीएम नरेंद्र मोदी की ‘बी’ टीम कहते रहते हैं. ओवैसी को कांग्रेसी राज्याें में पार्टी वोट कटाऊ नेता मानती है. ऐसे में वे कभी नहीं चाहते कि वे चुनाव में उनके राज्यों में भी आएं. बिहार में विपक्षी गठबंधन को ओवैसी का आना नुकसान दे चुका है. ऐसे में राजस्थान का कोई भी कांग्रेसी ओवैसी को यहां आने देना नहीं चाहता है. इसके बावजूद फैजल पटक का यह बयान चौंकाने वाला माना जा रहा है.
वहीं राजनीति में आने से जुड़े सवाल पर फैजल पटेल ने कहा कि जैसे मेरे पिता ने जिंदगी भर कांग्रेस में रहकर गरीब व अल्पसंख्यकों की सेवा की, वैसा ही मैं करूंगा. पटेल ने कहा कि वे अभी कांग्रेस के प्राथमिक सदस्य भी नहीं हैं लेकिन यदि कांग्रेस आलाकमान उन्हें कोई जिम्मेदारी देगा तो वे उसे निभाने को तैयार हैं. फैजल ने किसान आंदोलन के मुद्दे पर कहा कि केन्द्र सरकार को अपनी जिद छोड़कर तीनों कृषि कानून को वापस ले लेना चाहिए.