तो क्या सरकार ने कर ली है लॉकडाउन को लगभग खत्म करने की तैयारी और मान लिया कि अब कोरोना के साथ ही है जीना, 15 पैसेंजर्स रेलगाड़ियां चलाने के आदेश के साथ प्रवासियों के आवागमन की प्रक्रिया को अधिक सरल बनाना और लोकसभा अध्यक्ष का मानसून सत्र समय पर स्टार्ट करने की बात करना, आखिर किस बात का है संकेत? इसका जवाब तो मिलेगा पीएम मोदी की सभी मुख्यमंत्रियों के साथ होने वाली बैठक के बाद, इसी बीच कुछ सुधीजनों का मानना है कि आगामी जून माह में होगा अब तक का सबसे सख्त लॉकडाउन, उसी के लिए की जा रही सब तैयारियां, सभी प्रवासी श्रमिक व अन्य तबके के लोग पहुंच जाएं अपने-अपने गंतव्य इसलिए दी जा रही आवागमन की व्यवस्था में ढील
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