पॉलिटॉक्स ब्यूरो. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अमित शाह के जोधपुर दौरे के दौरान सीमावर्ती जिलों में टिड्डियों के हमले से चौपट हो रही फैसलों के सम्बंध में एक शब्द भी नहीं बोलने सम्बंधित बयान पर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने पलटवार किया. (Satish Poonia Vs Gehlot) सतीश पूनियां ने सीएम गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार के हालात इतने बिगड़ गए हैं कि उपमुख्यमंत्री को अपनी ही सरकार को जिम्मेदारी के लिए अवगत कराना पड़ता है. क्या गहलोतजी टिड्डियों के हमले से हुए किसानों के नुकसान में भी अपनी लापरवाही को स्वीकार करने के लिए उपमुख्यमंत्री के बयान का इंतजार कर रहे है?
बता दें, अमित शाह के दौरे के बाद सीएम अशोक गहलोत ने कहा था कि अमित शाहजी जोधपुर तो आये लेकिन टिड्डी दल के हमले से किसानों की चौपट होती फसलों पर एक शब्द भी नहीं बोले. सीएम गहलोत ने गुरुवार को दुबारा जोधपुर एयरपोर्ट पर इसी बात दोहराया. सीएम गहलोत के इस बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि यह कैसी सरकार है जो किसान, युवा, महिला किसी की भी पीड़ा को अपनी पीड़ा ना मानकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने में लगी रहती है. (Satish Poonia Vs Gehlot) उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत अपनी जिम्मेदारी पर पर्दा ड़ालने का प्रयास कर रहे है जबकि कांग्रेस सरकार को भाजपा के जनप्रतिनिधियों व किसानों ने मई महीने से ही टिड्डी दलों के हमले से अवगत करा दिया था फिर भी सरकार 4 महीने तक सोती रही. इसका खामियाजा प्रदेश के किसानों को भुगतना पड़ रहा है.
पूनियां ने आगे कहा कि अमित शाह जी के जोधपुर दौरे के दौरान टिड्डी दलों के हमले से चौपट हुई फसल के बारे में अवगत करवाया गया था. इसके बाद पिछले दिनों केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को जयपुर दौरे के दौरान पूरे विषय की जानकारी दी. पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा को भी इस बारे में अवगत करवाया गया. कल मैंने दिल्ली दौरे के दौरान केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, अर्जुनराम मेघवाल, गजेन्द्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, नित्यानंद राय से भी टिड्डीयों के हमले पर चर्चा हुई. इस पर केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र तोमर एवं केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बीच चर्चा हुई है कि किस तरह से टिड्डी प्रभावित किसानों की मदद की जाए.
कोटा में नवजात बच्चों की मौत पर पूनियां ने कहा कि प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने स्वीकार किया है कि यह उनकी जिम्मेदारी है. उन्हें लाल बहादुर शास्त्री का अनुसरण करना चाहिए जिन्होंने ट्रेन का एक्सीडेंट होने के बाद रेल मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. (Satish Poonia Vs Gehlot) मंत्री रघु शर्मा पहले तो अपनी जिम्मेदारी से इंकार कर सार्वजनिक निर्माण विभाग पर आरोप लगा रहे थे. उन्होंने चिकित्सा विभाग में खासकर बच्चों के मामले में बिल्कुल नहीं सोचा. अगर समय पर वार्मर उपलब्ध करवा देते तो नवजात बच्चों को अपनी जिदंगी से हाथ नहीं धोना पडता.
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