हम जानते थे पायलट निकम्मा है नकारा फिर भी उनको हटाने की सिफारिश नहीं की- सीएम गहलोत

सचिन पायलट का केस लड़ने वाले वकीलों की एक पेशी की फीस 40 से 50 लाख तक है, कहाँ से आएगा पैसा, बीजेपी कर रही है सपोर्ट, हमारे वकीलों की फीस तो देगी पार्टी - मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

Ashok Gehlot vs Sachin Pilot
Ashok Gehlot vs Sachin Pilot

Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान में आक्रामक हो चुके सियासी के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर जबरदस्त निशाना साधा है. होटल फेयरमॉन्ट से मुख्यमंत्री आवास के लिए रवाना हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने मीडिया से बातचीत के दौरना कहा- हमारे अपने कांग्रेस अध्यक्ष पायलट साहब जो 7 साल तक पीसीसी के अध्यक्ष रहे, 7 साल अध्यक्ष रहना होती है बड़ी बात, राहुल गांधी जी और सोनिया गांधी जी को था उनके ऊपर विश्वास, उन्होंने पिछले 6 महीने से अपनी ही सरकार को गिराने का खेल खेला. पार्टी से अलग रह कर बीजेपी के साथ मिलकर खेला खेल.

जब हमारे कांग्रेस के कुछ विधायक जो उनके साथ हैं उन्होंने कहा कि हम भाजपा में नहीं जाएंगे, तो कहा गया हम तीसरा मोर्चा बना लेते हैं आप इस्तीफा देंगे आपके सामने बीजेपी से कोई खड़ा नहीं होगा यह हमने वादा ले लिया है. उनसे बिहार की तरह हम करके सरकार बना लेंगे. सेवेम गहलोत ने कहा- एक नौजवान साथी जो 25 साल की उम्र में सांसद बना 26 की उम्र में केंद्रीय मंत्री बना और 32-34 साल में प्रदेश अध्यक्ष के साथ उप मुख्यमंत्री बन गए.10 से 12 साल में आप सब कुछ बन गए ऐसा बहुत कम होता है, उसके बाद जिस रूप में खेल खेला वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. किसी को यकीन नहीं होता था जब मैं बात करता था कि राजस्थान में सरकार गिराने की साजिश चल रही है. किसी को यकीन नहीं हो सकता तहस कि यह व्यक्ति ऐसा काम कर सकता है.

मुख्यमंत्री गहलोत ने सचिन पायलट पर तीखा हमला बोलते हुए कहा- मासूम चेहरा, हिंदी इंग्लिश में बोलने की अच्छी कमान, पूरे देश की मीडिया को जिसने प्रभावित कर रखा है कि मैंने अकेले ही बहुत मेहनत की और राज लेकर आ गया. राजस्थान में जनता जानती है कितना कॉन्ट्रिब्यूशन उनका था. हमने उस पर फिर भी कभी सवाल नहीं उठाया कि आप कितनी लड़ाई करवा रहे हो. कितना संघर्ष कर रहे हो हमने पार्टी के खातिर कभी सवाल नहीं किया. 7 साल के अंदर हिंदुस्तान में एक मात्र राजस्थान ऐसा राज्य होगा जहां 7 साल तक किसी ने पीसीसी अध्यक्ष बदलने की मांग नहीं की.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर तेज हमला करते हुए बोला कि हमें पता है कि नकारा है नालायक है फिर भी हमने शिकायत नहीं की, एक शब्द किसी ने उनके खिलाफ नहीं बोला. पीसीसी चीफ का सम्मान करना मैंने सबको सिखाया. वह व्यक्ति पीठ में छुरा घोंप कर जाने को तैयार हो जाए. यह काम 10 मार्च को होने वाला था राजेश पायलट साहब की मूर्ति के लोकार्पण वाले दिन होने वाला था. उस समय भी 10 दिन होटल में रहना पड़ा इस ग्रुप में पूरा खेल चला है.

मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे कहा कि अब मैं पूछना चाहता हूं वकील उन्होंने हरीश साल्वे को किया है जो कि ₹5000000 एक पेशी के लेते हैं यह पैसा कहां से आ रहा है? कॉरपोरेट घराने के लोग मोदी को खुश करने के लिए पैसा लगा रहे हैं. जबकि हमारे वकीलों की फीस तो हमारी पार्टी देगी, लेकिन उनके पास वकीलों के देने के लिए पैसा कहां से आ रहा है. देश में इतनी गुंडागर्दी हो रही है ऐसा इतिहास में कभी नहीं हुआ जिस रूप में यह केस चल रहा है. मीडिया की भूमिका बहुत बड़ी होती है लोकतंत्र को बचाने में मीडिया की भूमिका बहुत बड़ी होती है. कल राजेंद्र राठौड़ और सतीश पूनियां दिल्ली गए सबको मालूम है, सुबह मीडिया को झूठ बोल रहे हैं. पायलट साहब अकेले कि छुपकर गाड़ी लेकर जाते थे दिल्ली, इन्होंने भी उनसे सीख लिया हूं और ये भी उसी तरह जाकर आए हैं. किस तरह सभी बागियों को रखा गया है सभी को पता है उन सभी के मोबाइल ले लिए गए हैं. नाई और वेटर लोगों के मोबाइल लेकर वह हमें फोन कर रहे हैं. जबकि हमारे यहां सभी विधायकों के फोन उनके पास है, पूरी छूट दी हुई है सभी को.

जिस रूप में यह खेल खेला गया है यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है एक व्यक्ति जिसके लिए कहा जाता था यह पार्टी के लिए एसेट साबित होगा उसने ऐसा किया. पायलट ने वहां बहुत से बाउंसर लगा रखे हैं ताकि विधायक बाहर नहीं निकल सकें. एक पार्टी के पीसीसी चीफ खुद की पार्टी कि सरकार को गिराने का षडयंत्र करे ऐसा इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ.

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि बीजेपी का चेहरा चाल चरित्र जनता के सामने आ गया है. यह कदम भारतीय जनता पार्टी के लिए आत्मघाती होगा. इस प्रकार का षडयंत्र स्व0 भैरों सिंह शेखावत के समय भी किया गया था, जब यही यह भंवर लाल शर्मा उस समय मेरे पास भी आए थे लेकिन मैनें इस प्रकार के षड़यंत्र में शामिल होने से साफ इंकार कर दिया था.

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