बीजेपी आलाकमान ने पार्टी के संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महासचिव रामलाल को हटाकर उनकी जगह बीएल संतोष को यह जिम्मेदारी सौंपी हैं. रामलाल को संघ ने वापस बुला लिया है. अब संगठन में यह बदलाव कई बड़े नेताओं को रास नहीं आया है. उन्हीं में से एक हैं पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभाव झा, जो इस फैसले से बिलकुल भी खुश नहीं हैं. इसका दर्द उन्होंने सोशल मीडिया पर बयां किया है. इसके बाद बीजेपी के गलियारों में ये पोस्ट हंगामा कर रहे हैं. हालांकि आज सुबह उनके तेवर बदल गए और उन्होंने अपने पोस्ट को बौद्धिक विचारधारा से जुड़ा हुआ था.

प्रभात झा ने ट्वीट करके कहा, ‘किसी के सम्मान के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए, क्योंकि कल यह आपके साथ भी हो सकता है. अच्छा ‘संगठक’ वही होता है जो हर व्यक्ति को काम में जुटा ले.’ उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि जिम्मेदारी का मतलब ‘मैं ही हूं’ का भाव नहीं होना चाहिए.

हालांकि बाद में ट्वीट कर उन्होंने न केवल बीएल संतोष को राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बनने पर बधाई दी. साथ ही कहा कि कल ट्वीट के जरिये हमने वही बातें लिखी है जो अपने वरिष्ठों से अनेक बौद्धिक में सुनता रहा हूं. इसमें कोई नई बात नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि सकारात्मक सोच से ही सकारात्मक कर्म होता है. मेरी लेखनी में अगर कोई निशाने पर होता है तो सदैव कांग्रेस क्योंकि मैं कांग्रेस की विचारधारा का विरोधी हूं.

उन्होंने अपने नए ट्वीट में अपने आपको पाक साफ तो बता दिया लेकिन पिछले ट्वीट में उन्होंने कटू बातें लिख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी और बीजेपी मध्यप्रदेश तक को टैग कर दिया.


अब इस तरह के ट्वीट कर वो संगठन को क्या बताना चाह रहे हैं, यह तो करीब-करीब समझ में आ रहा है लेकिन बाद में सफाई देते हुए सॉफ्ट ट्वीट करना आलाकमान का सीधा-सीधा ‘ना’ का संकेत लगता है. बीजेपी में आपसी खिंचतान भी अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है. हालांकि इन ट्वीट पर किसी बड़े नेता का रिट्वीट नहीं आया है.

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