मौलाना साद पर कसता शिकंजा, अब जमातियों ने कहा- ‘मौलाना ने ही कहा तहस मरकज में रूकने को’

क्राइम ब्रांच पहले ही 700 जमातियों के पासपोर्ट कर चुकी है जब्त, क्वारंटीन के बहाने पिछले डेढ़ महीने से फरार है मौलाना, सबूत इकट्ठे कर मौलाना साद को घेरने की पूरी तैयारी में दिल्ली पुलिस

मौलाना साद
मौलाना साद

पॉलिटॉक्स न्यूज. तब्लीगी जमात प्रमुख मौलाना साद पर क्राइम ब्रांच और दिल्ली पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है. क्राइम ब्रांच ने मौलाना के रिश्तेदार, बेटों सहित करीब 166 जमातियों के बयान दर्ज किए हैं. इनमें वे जमाती भी शामिल हैं जो जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे और 20 मार्च के बाद भी मरकज में रूके हुए थे. इनमें से कई जमातियों ने भी कहा कि वे मरकज से निकलना चाहते थे लेकिन मौलाना ने उन्हें रूकने के लिए कहा था. गौरतलब है कि जानकारी मिलने के बाद मरकज से 2465 जमातियों को बाहर निकाला गया था जिनमें से बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव सामने आए थे. संक्रमितों को दिल्ली, नोएडा, कानपुर और गाजियाबाद के अस्पतालों में भर्ती कराया गया था. यूपी और दिल्ली सरकारों के साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय भी देश में कोरोना के बढ़ते आंकड़ों का कारण जमात को बता चुका है.

इससे पहले क्राइम ब्रांच ने 700 जमातियों के पासपोर्ट और जरूरी दस्तावेज भी जब्त किए थे. क्राइम ब्रांच ने इनमें से कई जमातियों से पूछताछ पहले ही कर चुकी है. क्राइम ब्रांच ये भी जानना चाहती है कि आखिरकार इन जमातियों ने किस आधार पर वीजा हासिल किया था और वीजा दिलाने में किसने इनकी मदद की. क्राइम ब्रांच ये सभी जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय को दे चुकी है.

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सूत्रों का ये भी कहना है कि मौलाना साद जानबूझकर सरकारी अस्पताल से अपना कोरोना टेस्ट नहीं करवा रहा है क्योंकि वह जानता है कि ऐसा न करके वो पुलिस पूछताछ से बच सकता है. अगर मौलाना सामने आ गया तो उसकी गिरफ्तारी तय है. ऐसे में मौलाना पूरी तरह से अंडर ग्राउंड है. अब क्राइम ब्रांच सभी एंगल से जांच कर सबूत इकट्ठे कर मौलाना साद को घेरने की पूरी तैयारी में है.

मौलाना साद पर जमातियों का ये बयान भी भारी पड़ता दिख रहा है कि 20 मार्च के बाद कुछ जमाती मरकज से निकलना चाहते थे लेकिन मौलाना साद ने जान बूझकर उन्हें रुकने के लिए कहा था. मौलाना साद क्वारंटीन होने की बात कहते हुए अंडरग्राउंड हो गया था और बीच बीच में आॅडियो मैसेज रिलीज करता रहा. क्राइम ब्रांच के पास केस ट्रांसफर होते ही मौलाना पूरी तरह से गायब हो गया. उसके बाद टीम ने जमात सहित मौलाना के दफ्तर और घर पर खोजबीन शुरु की.

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मौलाना के साथ जमात से जुड़े कुछ लोगों पर साजिश रचने और गैर इरादतन हत्या का षडयंत्र रचने के भी आरोप लगे हैं. पुलिस इन सभी की तलाश कर रही है जिनमें से कुछ पकड़ में आ चुके हैं. क्राइम ब्रांच मौलाना को 5 नोटिस भेज चुकी है लेकिन मौलाना ने किसी का जवाब नहीं दिया. मौलाना पर भड़काउ भाषण देने के भी आरोप लगे हैं. कुछ वायरल वीडियो के जरिए ये बात साबित भी हो चुकी है.

खोज बीन में तब्लीगी जमात से जुड़े एक ट्रस्ट का भी पता लगा है जिसके जरिए विदेशों में लाखों रुपये का लेनदेन किया गया है. इस ट्रस्ट का नाम ‘काशिफ उल उलूम’ है जिसके तार जमात से जुड़े बताए जा रहे हैं. इस ट्रस्ट का खाता दिल्ली की निजामुद्दीन कॉलोनी में ही है. इसके बाद जमात से जुड़े कई खातों को सील कर दिया गया है. एक शख्स को खोज निकाला गया है जो विदेशों में पैसे भेजता था. जानकारी के मुताबिक शख्स ने करीब 90 लाख रुपये विदेश भेजे हैं.

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