केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री कौशल किशोर ने शराब पीने के खराब नतीजों को लेकर फिर दिया बड़ा बयान, जिले के लंभुआ विधानसभा क्षेत्र में सर्वोदय इंटर कॉलेज में आयोजित नशा मुक्ति कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कौशल किशोर ने कहा- ‘एक शराबी अधिकारी की तुलना में एक रिक्शा चालक या एक मजदूर बेहतर दूल्हा साबित होगा, एक शराबी की उम्र होती है बहुत कम,’ अपना निजी अनुभव साझा करते हुए कौशल किशोर ने कहा- ‘मैं सांसद और मेरी पत्नी विधायक होकर भी अपने बेटे आकाश किशोर की जिंदगी नहीं बचा पाए तो आमजन कैसे बचा पाएंगे, हम लोगों ने अपने बेटे आकाश किशोर की दोस्तों के साथ शराब पीने की लत छुड़ाने के लिए की तमाम कोशिशें, उसे नशा मुक्ति केंद्र में भी भर्ती कराया, यह सोचकर छह माह बाद बेटे की शादी कर दी कि उसकी लत छूट जाएगी, लेकिन शादी के बाद आकाश ने फिर से नशा करना शुरू किया और जिंदगी ही खत्म कर ली, दो साल पहले 19 अक्टूबर को आकाश की मौत हुई तो उसका बेटा महज दो साल का था, मैं अपने बेटे को नहीं बचा पाया, जिससे मेरी बहू विधवा हो गई, इसलिए मैं आप लोगों से अपील करता हूं कि चाहे मजदुर या रिक्शा चालक से कर देना अपनी बेटी की शादी लेकिन शराबी अफसर से नहीं