Unemployed Union on Gehlot Govt. लोक सेवा आयोग (RPSC) की द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के जीके पेपर के लीक होने के बाद राजस्थान में बेरोजगारों का गुस्सा 7वें आसमान पर है. ऐसे में अब बेरोजगार संघ भी आर पास की लड़ाई के मूड में है. ऐसे में प्रदेश के युवा बेरोजगार पेपर लीक दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई, भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने और भर्ती परीक्षाओं में धांधली रोकने सहित 9 सूत्रीय मांगों को लेकर राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव के नेतृत्व में आंदोलन की राह पकड़ने का मन बना रहे हैं. बेरोजगार संघ 28 दिसंबर से जयपुर के शहीद स्मारक पर प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने जा रहे हैं, ताकि कथित तौर पर आने वाले चुनाव में कांग्रेस को सबक सिखाया जा सके.
इस मामले पर राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव ने कहा कि राजस्थान में पेपर लीक आम बात हो गई है. हर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो रहा है, लेकिन शासन और प्रशासन आंख मूंद बैठा है. इसकी वजह से लाखों युवाओं का भविष्य खतरे में आ गया है. सरकार दोषियों को पकड़ती तो है, लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं करती. ऐसी गूंगी बहरी गहलोत सरकार को जगाने के लिए एक बार फिर हम जयपुर से आंदोलन की शुरूआत करेंगे.
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9 सूत्री मांगों को लेकर CM गहलोत को लिखा पत्र –
इस संबंध में बेरोजगार संघ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को 9 सूत्रीय मांगों को लेकर एक पत्र लिखा है. इनमें निम्न बातों का उल्लेख किया है:-
- भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून ( रासुका NSA ) तत्काल लागू किया जाए. इस कानून के तहत अपराधियों को 12 महीने तक जमानत नहीं हो. इसके साथ ही दोषियों को कठोर सजा दी जाए.
- पेपर लीक में पकड़ी गई बस की जांच निष्पक्ष रुप से की जाए क्योंकि अभ्यर्थियों द्वारा बताया जा रहा है कि इस बस का पिछले पेपरों की परीक्षाओ के लिए भी उपयोग किया गया था. इस एक बस के अलावा दो-तीन बसे और बताई जा रही है उनकी भी जांच की जाए. ऐसे में पहले आयोजित सभी पेपरों की पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं. सभी परीक्षा पेपरों की निष्पक्ष जांच की जाए.
- आरपीएससी की गोपनीयता (पेपर सेटर,प्रिंटिंग, वितरण) की निष्पक्ष जांच की जाए.
- तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 48000 पदों पर फरवरी में आयोजित होगी और इसके अलावा CET परीक्षा आयोजित होगी और राज्य सरकार दावा कर रही है 1 लाख पदों पर और नई भर्तियां की जाएगी. ऐसे में इन सभी भर्ती परीक्षाओ से पहले राज्य सरकार सतत धरपकड़ अभियान चलाकर प्रदेश में पनपे पेपर माफिया और गिरोह का खात्मा करें.
- युवा बेरोजगार फर्जीवाड़े, नकल और पेपर लीक को लेकर कभी भी किसी भी वक्त सीधी शिकायत कर सके. जिस पर तुरंत कार्रवाई हो. ऐसा सिस्टम स्थापित किया जाए.
- नए गैर जमानती कानून के तहत पेपर लीक में लिप्त सभी दोषियो के खिलाफ जल्द सख्त कार्रवाई हो.
- पेपर लीक में लिप्त दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन किया जाए.
- आरपीएससी, कर्मचारी चयन बोर्ड जैसी संस्थाओं में सरकार ईमानदार, निष्पक्ष और सेवानिष्ठ लोगो की नियुक्ति करे. जिन्हे अपनी प्रतिष्ठा और जेल का डर हो.
- राज्य सरकार पेपर बाहरी प्रिंटिंग प्रेसो से ना छपवाकर राज्य सरकार खुद की प्रिंटिंग प्रेस से ही छपवाने का कार्य करें.
उपेन यादव ने कहा कि पेपर लीक के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए हम 28 अक्टूबर को जयपुर में आंदोलन की शुरुआत करेंगे, ताकि भविष्य में होने वाली भर्ती परीक्षाओं में धांधली रुक सके. बेरोजगार संघ के प्रदेशाध्यक्ष यादव ने सरकार को चेताते हुए कहा कि अगर सरकार ने इस बार हमारी बात नहीं मानी, तो हम प्रदेशभर में सरकार के खिलाफ गांव ढाणी तक पहुंच कर प्रचार-प्रसार कर आम जनता को जागरूक करेंगे, ताकि आने वाले चुनाव में कांग्रेस को सबक सिखाया जा सके.
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गौरतलब है कि द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा का शनिवार को होने वाला सामान्य ज्ञान का पेपर शुक्रवार को रात 2 बजे ही लीक हो गया. पेपर अजमेर से जयपुर होता हुआ जालौर पहुंचा. यह पेपर उदयपुर भर्ती परीक्षा लेने आ रहे 7 युवतियों सहित करीब 46 अभ्यर्थियों को 10-10 लाख रुपए में बेचा गया. पेपर लीक का मास्टर माइंड जालोर जिले में एक सरकारी स्कूल का प्रिसिपल बताया जा रहा है. मामले में एक सरकारी वरिष्ठ अध्यापक, एक द्वितीय श्रेणी सरकारी अध्यापक और एक कनिष्ठ सहायक का नाम भी सामने आ रहा है. परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है. शनिवार की इस भर्ती परीक्षा में 3.74 लाख अभ्यार्थी बैठने वाले थे. इस परीक्षा को 29 जनवरी को फिर से आयोजित किया जाना प्रस्तावित किया गया है.