शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस पार्टियों के नेताओं ने एक साथ बैठकर ये निर्णय लिया था कि सरकार बनाएंगे. कुछ निर्दलियों के समर्थन से नंबर 170 तक पहुंच गया. अजित पावर के डिप्टी सीएम बनने का अचानक पता चला जिससे हैरानी हुई. अजित पवार ने जो निर्णय लिया, वो उनका निजी फैसला है और पार्टी की विचारधारा के खिलाफ है: प्रेस कॉन्फ्रेंस में शरद पवार