कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन में एक और किसान ने फांसी लगाकर दी जान: दिल्ली-हरियाणा के टिकरी बॉर्डर पर बीती देर रात एक किसान ने फांसी लगाकर दे दी जान, मरने से पहले मृतक किसान कर्मबीर ने लिखा सुसाइड नोट भी, जिसमें केंद्र सरकार के खराब रवैये से परेशान होने की लिखी गई है बात, कर्मबीर ने सुसाइड नोट में लिखा- ‘भारतीय किसान युनियन जिन्दाबाद, प्यारे किसान भाइयों ये मोदी सरकार तारीख पर तारीख देता जा रहा है इसका कोई अंदाजा नहीं कि ये काले कानून कब होंगे रद्द, जब तक ये काले कानून रद्द नहीं होंगे तब तक हम यहां से जाएंगे नहीं,’ कर्मबीर (52) हरियाणा के जींद जिला के सिंघवाल गांव का था रहने वाला, अभी कुछ दिन पहले ही टिकरी बॉर्डर पर किसान जय भगवान ने भी खा लिया था जहर, किसान को गंभीर हालत में संजय गांधी अस्पताल में कराया गया था भर्ती, जहां इलाज के दौरान हो गई थी उसकी मौत, जय भगवान ने भी जहर खाने से पहले देशवासियों के नाम लिखा था एक पत्र