Politalks.News/Rajasthan. जयपुर के नवनिर्मित दोनों नगर निगमों के चुनाव में टिकट वितरण को लेकर कांग्रेस में घमासान तेज हो गया है. प्रत्याशी चयन में नेताओं और पूर्व विधायकों की राय नहीं लेने से नाराजगी बढ़ती जा रही है. इसी के चलते एक दर्जन से ज्यादा नेताओं ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से मुलाकात कर अपना दुखड़ा रोया.
सुबह 9.30 कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव अरोड़ा के नेतृत्व में शहर कांग्रेस के नेता विक्रम सिंह शेखावत ,सुरेश मिश्रा ,गिर्राज गर्ग ,सुनील पारवानी, के के हरितवाल , बिरधीचंद शर्मा समेत तमाम कांग्रेस नेताओं ने गोविंद सिंह डोटासरा से मुलाकात की.
इन नेताओं ने नगर निगम के चुनाव में सभी वरिष्ठ नेताओं, पूर्व चुनाव लड़े प्रत्याशियों, एआईसीसी के सदस्यों, पीसीसी के सदस्यों की सहायता से ही नाम तय करने की मांग की है, जिस पर डोटासरा ने इन नेताओं को विश्वास दिलाया की प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया पूर्ण करने से पहले एआईसीसी के पर्यवेक्षक सब वरिष्ठ नेताओं की राय लेंगे.
वहीं विधायक अमीन कागजी और पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल के बीच कल मंत्री शांति धारीवाल के घर बैठक के दौरान हुई तीखी नोक-झोंक का मामला भी पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा तक पहुंच गया है. अपनी नाराजगी को लेकर आज ज्योति खंडेलवाल ने डोटासरा से मुलाकात की और धारीवाल के घर हुई घटना की पूरी जानकारी दी.
दरअसल, शनिवार को मंत्री धारीवाल के घर पर टिकट वितरण को लेकर हुई मीटिंग में हुई ज्योति खंडेलवाल और अमीन कागजी के बीच जमकर बहस हुई. बैठक में किशनपोल विधानसभा में टिकट वितरण को लेकर रखी गई थी चर्चा, इस दौरान अमीन कागजी ने ज्योति को कहा दो टूक, ‘मैं आपको एक भी टिकट नहीं लेने दूंगा किशनपोल में’, इस पर बुरी तरह बिफर गईं ज्योती खंडेलवाल यह कहते हुए वहां से निकल गईं की जब कमेटी सदस्य की ही कोई अहमियत नहीं है तो ऐसी कमेटी का वजूद ही क्या है फिर.