गुजरात: राज्यसभा चुनाव से पहले 8 कांग्रेसी विधायकों ने छोड़ा पार्टी का साथ, बौखलाई कांग्रेस

गुजरात में टूट रहे कांग्रेस विधायक, तीन दिन में तीसरा इस्तीफा, मोरबी से ब्रिजेश मेरजा ने आज स्पीकर को सौंपा त्यागपत्र, राज्यसभा चुनाव के ऐलान के बाद 5 विधायक पहले ही दे चुके हैं इस्तीफा

गुजरात कांग्रेस
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पॉलिटॉक्स न्यूज/गुजरात. लगता है कांग्रेस के लिए इस समय कुछ भी अच्छा होता नहीं दिख रहा. हाल ही में मार्च में देश में राज्यसभा चुनावों के ऐलान के तुरंत बाद मध्य प्रदेश में सत्ता का तख्ता पलट हो गया. इसी के साथ गुजरात में कांग्रेस की पकड़ कमजोर होती जा रही है. चुनावों के ऐलान के तुरंत बाद 5 विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. उसके बाद कोरोना संकट के चलते चुनाव स्थगित हो गए. अब राज्यसभा चुनावों की सरगर्मियां फिर से तेज होने लगी और जैसे ही राज्यसभा चुनाव की नई तारीख़ का एलान हुआ, उसके बाद पिछले तीन दिनों में तीन कांग्रेस विधायकों ने अपना त्यागपत्र स्पीकर को सौंप दिया है. शुक्रवार को मोरबी से कांग्रेसी विधायक ब्रिजेश मेरजा ने गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को अपना इस्तीफा सौंप दिया. लगातार टूट रहे या यूं कहें कि तोड़े जा रहे विधायकों पर कांग्रेस बौखला गई है.

कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया, ‘गुजरात में बीजेपी सरकार कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में सफल नहीं हो सकी है, लेकिन विधायकों के खरीद फरोख्त पर उसका पूर्ण नियंत्रण है. क्या कोई भी सरकार या कोई भी पार्टी इससे कम स्तर पर खड़ी हो सकती है? इसके अलावा कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से #बेशर्म_बीजेपी भी चलाया जा रहा है.’

बता दें, बीते तीन दिनों में तीन कांग्रेसी विधायकों ने इस्तीफा दिया है जिनमें कर्जन (वडोदरा) से विधायक अक्षय पटेल, कपराड़ा (वलसाड़) से जीतू चौधरी और मोरबी से विधायक ब्रिजेश मेरजा हैं. पटेल और चौधरी ने बुधवार को अपना त्याग पत्र दिया था. ब्रिजेश मेरजा ने आज अपना इस्तीफा स्पीकर को सौंपा. इस पर गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस विधायक त्यागपत्र के साथ मेरे पास आए. मैंने उनका सत्यापन किया. उन्होंने मास्क लगाए थे. मैंने उन्हें उसे हटाने के लिए कहा और उनके चेहरों की पहचान करने के बाद फिर उनके इस्तीफे स्वीकार कर लिए. वे अब सदन के सदस्य नहीं हैं.

विधायकों के इस्तीफे पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोडवाडिया ने कांग्रेसी विधायकों को पैसे के प्रलोभन देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बीजेपी हमारे विधायकों को लुभाने के लिए पैसे के साथ ही धमकी का इस्तेमाल कर रही है. अक्षय पटेल की खनन में व्यावसायिक हित हैं और इसलिए उन्हें लालच दिया गया है.

वहीं कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने भी बीजेपी पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि जुमला बेचने के लिए बीजेपी ‘आत्मनिर्भर’ है, लेकिन राज्यसभा सीट हासिल करने के लिए बीजेपी कांग्रेस के विधायकों पर ‘निर्भर’ है.

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गौरतलब है कि एक दिन पहले ही कांग्रेस विधायकों ने गुजरात के सीएम विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल से मुलाकात की थी, जिसे उन्होंने कोरोना को लेकर हुई चर्चा करार दिया था. इसके बाद अब कांग्रेस के दो विधायकों अक्षय पटेल और जीतू चौधरी ने इस्तीफा दे दिया. राज्य से 4 राज्यसभा सीटों के लिए 19 जून को चुनाव होने हैं. जिस तरह कांग्रेस के विधायक पार्टी का साथ छोड़ रहे हैं, कांग्रेस की एक सीट अटकती दिखाई दे रही है. वहीं अगर बीजेपी को कुछ बाहरी विधायकों का साथ मिले तो उसके तीनों उम्मीदवार राज्यसभा पहुंच सकते हैं.

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