राजस्थान की राजधानी जयपुर से इस वक्त की बड़ी खबर, एडीजी एसीबी ने दो दिन पहले दिए अपने आदेश लिए वापस, भ्रष्टाचार में पकड़े गए अधिकारी या कर्मचारी के नाम और फोटो नहीं छापनेसे सम्बंधित आदेश लिए वापस, कार्यवाहक डीजी हेमंत प्रियदर्शी की तरफ से ही वापस रिवाइज्ड आदेश किए गए जारी, ACB ने अब अपने नए आदेश में कहा कि राजस्थान ACB के कार्यवाहक DG ने ट्रैप के आरोपी का फोटो सार्वजनिक नहीं करने के आदेश को लिया वापस, कल ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि एसीबी की ओर से जारी किए गए लेटर का किया जाएगा रिव्यु, यदि इसमें कुछ गलत हुआ तो आदेश को फिर से ले लिया जाएगा वापस, इससे पहले बुधवार को एडीजी एसीबी ने एक आदेश में कहा था कि भ्रष्टाचार के किसी मामले में आश्वस्त नहीं होने तक फंसे हुए सरकारी कर्मचारी का नाम और उसकी किसी भी तरह की पहचान को नहीं किया जाना चाहिए उजागर, ऐसे में इसको लेकर विपक्षी पार्टियों BJP और RLP के साथ साथ खुद गहलोत सरकार के मंत्री भी ACB के इस आदेश से नहीं थे खुश, मंत्री खाचरियावास ने इसे बताया था 4 साल के कामों पर पानी फेरने वाला ऑर्डर