गौतम गंभीर ने केजरीवाल को बताया ‘तुगलक’, सिसोदिया पर भी बोला जोरदार हमला

दिल्ली में कोरोना के सुधरते आंकड़ों पर छिड़ी क्रेडिट वॉर, बीजेपी सांसद ने आप सरकार पर लगाया केंद्र सरकार का क्रेडिट छीनने का आरोप, डिप्टी सीएम पर लगाया केंद्र पर ब्लैकमेल करने का आरोप

Arvind Kejriwal Vs Gautam Gambhir
Arvind Kejriwal Vs Gautam Gambhir

पॉलिटॉक्स न्यूज. देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस का संक्रमण और क्रेडिट वॉर पर सियासी पारा चढ़ता जा रहा है. इसी कड़ी में पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद गौतभ गंभीर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला है और उन्हें ‘तुगलक’ कहकर संबोधित किया है. इसके साथ ही उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर जोरदार हमला करते हुए दिल्ली की जनता को डराने और केंद्र सरकार को ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है. गंभीर का ये आरोप सिसोदिया के उस बयान पर पलटवार के तौर पर आया है जिसमें उप मुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा था कि जुलाई के अंत तक दिल्ली में कोरोना से संक्रमण के 5.5 लाख केस होंगे.

सबसे पहले गौतम गंभीर ने ट्वीटर के जरिए दिल्ली की आप सरकार में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए उन्हें तुगलक कहकर संबोधित किया. गंभीर ने लिखा, ‘केजरीवाल ने टीवी पर कहा था कि वे क्रेडिट की परवाह नहीं करते. यह ऑस्कर के योग्य प्रदर्शन था. इसके बाद मिस्टर तुगलक केजरीवाल और आप ने दिल्ली में सुधरे हालात की क्रेडिट लेने के लिए हर घंटे ट्वीट किया.’

इसी ट्वीट में गंभीर ने गंभीर ने डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर भी हमला बोला. गौतम गंभीर ने सवाल किया कि डिप्टी सीएम ने किस आधार पर जुलाई के अंत तक दिल्ली में कोरोना से संक्रमण के 5.5 लाख केस होने की बात कही थी? गंभीर ने पूछा कि क्या ऐसा भय उत्पन्न करने और मदद के लिए केंद्र सरकार को ब्लैकमेल करने के लिए किया गया था?

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गौरतलब है कि डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा था कि जुलाई के अंत तक दिल्ली में कोरोना से संक्रमण के 5.5 लाख केस होंगे. सिसोदिया के इस बयान के बाद केंद्र सरकार सक्रिय हुई और गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल (एलजी) अनिल बैजल के साथ ताबड़तोड़ बैठकें की.

इससे पहले सिसोदिया ने जून के अंत तक एक लाख एक्टिव केस होने की भी आशंका जताई थी. हालांकि ये आशंका गलत साबित हुई. वैसे ​राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या एक लाख को पार कर गई है. लेकिन प्रदेश की आप सरकार और केंद्र सरकार के मिले जुले प्रयासों के चलते स्थितियों पर शानदार तरीके से काबू पा लिया है. किसी समय दिल्ली में एक्टिव मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही थी लेकिन अब कुल मरीजों की संख्या एक लाख पार होने के बावजूद एक्टिव मरीजों की तादात केवल 21 हजार के करीब है. वहीं 85 हजार के करीब ठीक हो चुके हैं. प्लाज्मा पद्ध​ति इजाद करने वाला दिल्ली देश का पहला राज्या है और ये कारगर भी साबित हुई है.

गौर करने वाली बात ये भी है कि दिल्ली में कुल 1,09,140 मरीजों में से 1,08,352 मरीज वे हैं जो बाहर से आए हुए हैं. इनमें बड़ी संख्या जमातियों की भी है. शेष 788 दिल्ली के निवासी है. दिल्ली में कोरोना के चलते 3300 मौत हुई है जिसमें से केवल एक मौत उत्तरी दिल्ली इलाके में हुई है, अन्य 3299 मौत अन्य राज्यों से आए लोगों की हुई है. इन आंकड़ों को देखते हुए कहा जा सकता है कि दिल्ली सरकार बेहतर तरीके से परिस्थितियों पर नियंत्रण पा रही है.

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