बेनीवाल की चेतावनी का असर, विधायक के भाई सहित 5 की गिरफ्तारी व अन्य मांगों के बाद आंदोलन स्थगित: बीती 14 मई को नागौर के नावां में नमक कारोबारी जयपाल पूनियां की हत्या का मामला, मामले में RLP प्रमुख और सांसद हनुमान बेनीवल की चेतावनी के बाद पुलिस प्रशासन आया हरकत में, विधायक महेन्द्र चौधरी के भाई मोती सिंह चौधरी सहित 5 लोगों को किया गिरफ्तार, मामले की जांच के लिए SIT का किया गठन, इसके बाद धरना स्थल पर लौटकर बेनीवाल ने 10 दिनों के किए आंदोलन को स्थगित करने की घोषणा की, अगर न्याय नहीं मिला और पूनियां के परिजन चाहेंगे तो फिर से होगा आंदोलन, इससे पहले बेनीवाल के जयपुर कूच और सीएम आवास को घेरने के एलान के बाद प्रशासन के फुले हाथ पांव, आनन फानन में पहले जोबनेर के नजदीक बेनीवाल के काफिले को रोकने का किया प्रयास, इसके बाद महला के नजदीक सरकार की तरफ से कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव को भेजा गया वार्ता के लिए, तब कमिश्नर और डीजीपी के द्वारा 5 लोगों की गिरफ्तारी और SIT के गठन पर सहमति के बाद जयपुर कूच टालकर देर रात वापस लौटे थे बेनीवाल