Politalks.News/Delhi. नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से की जा रही ED की पूछताछ को लेकर देश भर के कांग्रेस कार्यकर्त्ता सड़कों पर हैं. फिलहाल सोनिया गांधी से आज की पूछताछ पूरी हो गई है और अगले चरण की पूछताछ के लिए ED ने सोनिया को 25 जुलाई को समन भेजा है. सूत्रों के मुताबिक ईडी के अधिकारियों ने पहले चरण में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनकी सेहत के बारे में जाना और कुछ आम सवाल पूछे. सोनिया गांधी से पूरी पूछताछ को कैमरे में भी रिकॉर्ड किया जा रहा है. वहीं इसे लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने AICC मुख्यालय से प्रेसवार्ता कर केंद्र पर जोरदार निशाना साधा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘उदयपुर अधिवेशन में कांग्रेस ने जो संकल्प लिए उसके बाद से केंद्र सरकार डरी हुई है और यही कारण सोनिया गांधी से पहले निराधार केस में राहुल गांधी से ED ने 50 घंटे की पूछताछ की थी.’
नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी से आज की पूछताछ समाप्त हो चुकी है. सोनिया गांधी से अब ED आगामी 25 जुलाई को पूछताछ करेगी। सूत्रों का कहना है की प्रवर्तन निदेशालय ने सोनिया गांधी के स्वास्थ्य का धयान रखते हुए 50 सवालों की एक सूची तैयार की है. सोनिया गांधी से पहले चरण की पूछताछ के दौरान मनी लांड्रिंग मामले में केन्द्रीय जांच एजेंसी की तरफ से सोनिया गांधी से दस जनपथ पर हुई बैठक को लेकर सवाल किए. उनसे पूछा गया कि, ‘यंग इंडिया बनाने का आइडिया किसका था? आरंभिक बैठक कहां हुई और आप कितनी बैठकों में शामिल हुई थी? क्या इसकी कोई बैठक 10 जनपथ पर भी हुई थी? क्या यह पूरा मामला पहले से ही पूर्व निर्धारित था क्योंकि यंग इंडियन एजीएल और कांग्रेस तीनों की मुख्य कर्ताधर्ता आप ही हो?’ वहीं कांग्रेस अध्यक्षा से ED की पूछताछ को लेकर देश भर में कांग्रेस कर रही है विरोध प्रदर्शन.
दिल्ली में कांग्रेस के कई सांसदों एवं दिग्गज नेताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. हालांकि सोनिया से पहले दिन की पूछताछ के बाद हिरासत में लिए गए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के अलावा कई नेताओं को छोड़ दिया गया है. पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने से पहले सीएम गहलोत ने कांग्रेस मुख्यालय पर आयोजित की गई प्रेस वार्ता के दौरान बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘आज ED ने सोनियाजी को बुलाया है जिनके बारे में पूरा देश जानता है कि वो ऐसी नेता हैं जिन्होंने पूरे देश का दिल जीता है,जिस रूप में यूपीए का गठन किया, फील गुड, इंडिया शाइनिंग के नारों को हराया जोकि आर्टिफिशियल थे, मनमोहन सिंह जी को पीएम बनाया,प्रधानमंत्री पद कोई छोड़ सकता है क्या..?’
सीएम गहलोत ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘जिन्होंने भारतीय संस्कार-संस्कृति आत्मसात की… क्या-क्या बातें उनके बारे में नहीं कही जा रही थीं जब राजीव जी की शहादत हो गयी थी, एक पारिवारिक महिला के रूप में भी उन्होंने देखा है कि उनकी सास इंदिरा जी की शहादत हुई जो देश की महान नेता थीं, उनके पति राजीव जी शहीद हो गए देश के लिए.’ सीएम गहलोत ने आगे कहा कि, ‘इस सरकार को इतनी भी शर्म नहीं आती है आप किस महिला से किस रूप में व्यवहार कर रहे हैं, ED वाले उनके घर जाकर बयान ले सकते थे, कई बार घर जाते हैं बयान लेते हैं, मोतीलाल वोरा जी के बयान लिए थे घर जाकर, पर उनका रवैया बहुत ही निम्न स्तर का है उनको चिंता ही नहीं है देश क्या सोच रहा होगा.’
बीजेपी पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘किसी भी अपराधी का जुर्म सिद्ध नहीं हो उससे पहले उसे अपराधी कैसे मान सकते हैं. देश को गति देने वाले गांधी परिवार को टारगेट कर रहे हैं. सरकारी एजेंसियों को दबाव में काम करवाया जा रहा है. ये बात अधिकारी खुद स्वीकार करते हैं. सोनिया गांधी को पूछताछ के लिए बुलाने की मैं निंदा करता हूँ. उनकी कोई गलती नहीं है, अगर बयान लेने भी थे तो उनके पास जाना चाहिए था. नेशनल हेराल्ड अखबार को खत्म करने के लिए ये षड्यंत्र किया जा रहा है. उदयपुर अधिवेशन में कांग्रेस ने जो संकल्प लिए उसके बाद से केंद्र सरकार डरी हुई है. यही कारण है कि निराधार केस में भी 50 घंटे की पूछताछ की गई है. ED ने ऐसा केस हाथ में लिया गया है, जिसका हक है ही नहीं ईडी को, मनी लॉन्ड्रिंग कहां हुई है, ईडी को चाहिए कि एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करे, देश को बताए कि हम राहुल गांधी को, सोनिया गांधी को क्यों बुला रहे हैं, इनके ऊपर अमुक-अमुक आरोप इस प्रकार के हैं जो कि ईडी में आते हैं.’
कांग्रेस की बीजेपी से तुलना करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘आज अगर ये होते हमारी जगह तो आग लगा देते, तोड़फोड़ करते, इनकी फितरत ये है. हमारे यहां तो बाहर रघुपति राघव राजा राम भजन हो रहे हैं, इस भजन से समझ लीजिए, ईश्वर-अल्लाह तेरे नाम, कि कांग्रेस की सोच क्या है, इनकी सोच क्या है, ये भजन बोलने वाले न हिंसा कर सकते हैं,न तोड़फोड़ कर सकते हैं. जो बेरोजगारी है,महंगाई है,आर्थिक स्थिति डांवाडोल है, 80 रु क्रॉस कर गया डॉलर ये चिंता का विषय होना चाहिए, जो चुनौतियां देश के सामने हैं, डोकलाम की या और कोई है, पूरे विपक्ष को बुलाकर बातचीत करनी चाहिए. दुश्मन होते नहीं हैं राजनीति में,न होने चाहिए, पर ये विपक्ष को दुश्मन मानते हैं. ये जो इनका टार्गेट है विपक्ष… पहले कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते थे, अब इनकी मंशा है विपक्ष मुक्त भारत बने, डिक्टेटरशिप हो देश के अंदर, उस दिशा में ये देश जा रहा है, हर देशवासी को चिंता होनी चाहिए.’