PoliTalks.News/MP. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत इन दिनों भोपाल में हैं. वे सोमवार रात भोपाल पहुंचे. भागवत यहां संघ की कोर कमेटी के सदस्यों के साथ बात करेंगे. उनके साथ सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी भी हैं. उनके यहां आने पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने निशाना साधा. पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्गी राजा ने कहा कि संघ के प्रमुख मोहन भागवत को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके मंत्रियों के आचरण और भ्रष्टाचार की गुप्त रिपोर्ट जरूर लेनी चाहिए. इसके साथ ही दिग्गी राजा ने राम मंदिर शिलान्यास की तिथि पर सवाल उठाया और पूछा कि क्या यह शुभ मुहूर्त है. उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि शिलान्यास की तिथि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहूलियत से तय की गई है.
यह भी पढ़ें: राम मंदिर शिलान्यास कार्यक्रम से नदारद है राम मंदिर आंदोलन के प्रणेता लाल कृष्ण आडवाणी का नाम
राज्यसभा सांसद ने एक के बाद एक तीन ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मोहन भागवत पर निशाना साधा. अपना पहला ट्वीट दिग्गी राजा ने मोहन भागवत के लिए किया. उन्होंने लिखा, ‘संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत जी का भोपाल शहर में हार्दिक स्वागत. कृपया भाजपा के मुख्यमंत्री व मंत्री गणों के आचरण व भ्रष्टाचार के विषय पर अपने स्वयं सेवकों से गुप्त रिपोर्ट अवश्य लें. शिवराज जी के परिवार जनों का अवैध रेत खनन में सम्मिलित होने की भी जानकारी अवश्य लें.’
संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत जी का भोपाल शहर में हार्दिक स्वागत। कृपया भाजपा के मुख्यमंत्री व मंत्री गणों के आचरण व भ्रष्टाचार के विषय पर अपने स्वयं सेवकों से गुप्त रिपोर्ट अवश्य लें। शिवराज जी के परिवार जनों का अवैध रेत खनन में सम्मिलित होने की भी जानकारी अवश्य लें।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 21, 2020
अपने दूसरे ट्वीट में दिग्विजय सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में विधायकों की खरीद-फरोख्त की भी अवश्य जानकारी लें. संघ इस प्रकार के प्रजातंत्रीय व्यवस्था में विधायकों के आचरण और फिर उन्हें बिना विधायक रहे मंत्री बनाने में क्या सोचता है, उसे भी अवश्य स्पष्ट करने की कृपा करें.
मध्यप्रदेश में विधायकों की ख़रीद फ़रोख़्त की भी अवश्य जानकारी लें। संघ इस प्रकार के प्रजातंत्रीय व्यवस्था में विधायकों के आचरण और फिर उन्हें बिना विधायक रहे मंत्री बनाने में क्या सोचता है उसे भी अवश्य स्पष्ट करने की कृपा करें।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 21, 2020
अपने तीसरे ट्वीट में पूर्व मुख्यमंत्री ने राम मंदिर की शिलान्यास तिथि पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि ये तिथि पीएम मोदी की सहूलियत को देखते हुए तय की गई है. दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘हम सनातन धर्म को पालन करने वालों को इस बात पर आपत्ति है मोदीजी. आपने किसी भी प्रमाणित शंकराचार्यजी और रामानन्दी सम्प्रदाय के धर्म गुरू को न्यास में स्थान नहीं दिया. शिलान्यास की तिथि भी मोदीजी की सहूलियत से तय की गई है. क्या यह शुभ मुहूर्त है?’ दिग्विजय सिंह ने इस बात पर भी सवाल उठाया कि न्यास में शंकराचार्यों की जगह VHP-BJP नेताओं को जगह दी गई.
हम सनातन धर्म को पालन करने वालों को इस बात पर आपत्ति है मोदी जी आपने किसी भी प्रमाणित शंकराचार्य जी व रामानन्दी सम्प्रदाय के धर्म गुरू को न्यास में स्थान नहीं दिया। शिलान्यास की तिथि भी मोदी जी की सहुलियत से तय की गयी है। क्या यह शुभ मुहूर्त है?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 21, 2020
बता दें, राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राम मंदिर की ईंट रखवाने की इच्छा जाहिर की है. प्रधानमंत्री मोदी ने 5 अगस्त को अयोध्या पहुंचेंगे और मंदिर का शिलान्यास और भूमि पूजन करेंगे. मंदिर ट्रस्ट ने पुराने मॉडल के मुकाबले रामलला के मंदिर को अधिक भव्य बनाने पर सहमति जताई है.
यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश में अपराधियों की ‘दासी’ व अपराधों की ‘बंधक’ बन गई है कानून व्यवस्था
बता दें, इससे पहले शरद पवार ने भी पीएम मोदी के अयोध्या पहुंचकर मंदिर के भूमि पूजन करने पर सवाल उठाया था. राकंपा प्रमुख ने सोलापुर में संवाददाताओं से कहा था कि कोविड-19 का उन्मूलन महाराष्ट्र सरकार की प्राथमिकता है, लेकिन कुछ लोगों को लगता है कि मंदिर का निर्माण करने से इस पर काबू पाने में मदद मिलेगी. उनका सीधा निशाना पीएम मोदी की ओर था. उनके इस बयान पर बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उमा भारती भड़क उठी थी और शरद पवार को रामद्रोही तक बता दिया.
यह भी पढ़ें: राम मंदिर पर गर्माई सियासत, उमा भारती ने शरद पवार को बताया ‘राम द्रोही’, शिवसेना बचाव में उतरी
शरद पवार के बयान का मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने समर्थन किया है. शरद पवार के बयान को टैग करके दिग्गी राजा ने लिखा, आपने सही फ़रमाया पवार साहब. मैं सहमत हूं. काश मोदी़-शाह आपके कहने पर चलते तो देश के यह हालात नहीं होते.’
Some people think building temple can end COVID-19: Sharad Pawar https://t.co/Q49gpf8giJ
-via @inshortsआपने सही फ़रमाया पवार साहब। मैं सहमत हूँ। काश मोदी़शाह आपके कहने पर चलते तो देश के यह हालात नहीं होते।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 20, 2020