केंद्र रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भारत की न्यूक्लियर पॉलिसी को लेकर बड़ा बयान दिया है. राजनाथ सिंह ने पोखरण में कहा कि अभी तक हमारी न्यूक्लियर को लेकर पॉलिसी ‘नो फर्स्ट यूज’ की रही है लेकिन भविष्य में क्या होता है, यह हालात पर निर्भर करेगा. इस तरह परमाणु युद्ध को लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इशारों-इशारों में पाकिस्तान को करारा जवाब भी दे दिया.
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में धारा 370 को हटाये जाने के बाद से ही पाकिस्तान बुरी तरह से तिलमिलाया हुआ है और पाकिस्तान का रक्षा मंत्रालय और वहां के वजीरे आजम इमरान खान कई बार भारत को परमाणु बम गीदड़भभकी देते रहे हैं. ऐसे वक्त में राजनाथसिंह का यह बयान पाकिस्तान को सीधे तौर पर एक चेतावनी है कि अगर पाक पहल करेगा तो भारत भी न्यूक्लियर इस्तेमाल करने में पीछे नहीं रहेगा.
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘यह एक संयोग है कि आज मैं जैसलमेर में इंटरनेशनल आर्मी स्काउट कॉम्पीटिशन के लिए आया था और आज ही अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि है. इसलिए, मुझे लगा कि मुझे पोखरण की धरती पर ही उन्हें श्रद्धांजलि देनी चाहिए.’
Defence Min Rajnath Singh in Pokhran: It is a coincidence that today I came for International Army Scout Masters Competition in Jaisalmer & today it is the first death anniversary of #AtalBihariVajpayee. So, I felt I should pay tribute to him on the land of Pokhran only. pic.twitter.com/xM9tshJ7i2
— ANI (@ANI) August 16, 2019
बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी ही वे प्रधानमंत्री थे जिनके कार्यकाल में भारतीय वैज्ञानिकों ने मई, 1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण किया. पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम ने इसका नेतृत्व किया.
मोदी सरकार ने हाल में जम्मू कश्मीर से धारा 370 और धारा 35ए को समाप्त कर दिया. इसके बाद से पाकिस्तान की ओर से जमकर कटीले शब्दभेेदी बाण चलाए जा रहे हैं. पाकिस्तान ने न केवल कश्मीर से अनुच्छेक 370 हटाने का विरोध किया, साथ ही पाकिस्तान की ओर से कहा जा चुका है कि अगर मोदी सरकार ने अपने इस तरह के फैसले जारी रखे तो पाकिस्तान चुप नहीं बैठेगा.
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पाक प्रधानमंत्री इमरान खान इस मामले को संयुक्त राष्ट्र संघ ले गए लेकिन वहां भी उन्हें मुख की खानी पड़ी. इस मुद्दे पर पाकिस्तान अन्य राष्ट्रों से अकेला रह गया है. बॉर्डर पर सीज फायर लगातार जारी हैं.
ऐसे संजीदा समय में भारतीय रक्षामंत्री का ये बयान पाकिस्तान के उस मंसूबे पर पानी फेरता दिख रहा है जिसमें वो कुछ भी करेगा और भारत शांति की अपील करता रहेगा. गृहमंत्री अमित शाह भी इस बारे में पहले ही साफ कर चुके हैं कि जम्मू कश्मीर का मतलब पीओके और अस्काई चीन भी है.