संजीवनी केस में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को मिली राहत के बाद सीएम गहलोत व मंत्री गजेंद्र शेखावत के बीच शुरू हुआ बयानबाजी का दौर, अब मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा- न्यायालय ने अपने फैसले में सब कुछ कर दिया है स्पष्ट, मुझे किसी भी एफआईआर में नहीं बनाया गया है आरोपी, किसी भी चार्जशीट में मुझे नहीं दिया गया है आरोपी करार, मुझे बदनाम करने को लेकर किए जा रहे इस षड्यंत्र पर लगनी चाहिए रोक, हाईकोर्ट ने कल जिस तरह का निर्णय लिया है उससे दूध का दूध, पानी का पानी हो गया है, बता दें सीएम गहलोत ने बीते दिन फैसला आने के बाद कहा था, अब तक शेखावत कह रहे थे कि इस मामले में वो मुलजिम ही नहीं है, जब मुलजिम ही नहीं है तो हाइकोर्ट क्यों गए? गिरफ्तारी से रिलीफ क्यों मांगा? एक केंद्रीय मंत्री का इस तरह का काम है शर्मनाक, मुझे आ रहा है गुस्सा, पीएम मोदी को उन्हें मंत्री मंडल से करना चाहिए बर्खास्त, उनके नजदीकी लोग संजीवनी मामले में है मुलजिम