Politalks.News/Rajasthan. बुधवार को हुए सीएम अशोक गहलोत के बजट भाषण के बाद आए नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के बयान को ही दोहराते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि प्रदेश में मध्यावधि चुनाव की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है. गुरुवार को विधानसभा के बाहर मीडिया से बातचीत में सतीश पूनियां ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कल बजट में कहा था कि हमने आंधियों में चिराग जलाए हैं, मगर मुझे लग रहा है उनके दिए तो अभी से टिमटिमा रहे हैं, इसलिए मध्यावधि चुनाव की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. सरकार की बातचीत, उनके चेहरों, आचरण से साफ लगता है उनको कभी भी चुनाव में जाना पड़ सकता है.
हमारे मुख्यमंत्री घोषणाजीवी हो गए हैं- पूनियां
प्रदेश में होने वाले उपचुनाव की चार सीटों को लेकर की गई घोषणाओं पर सतीश पूनियां ने कहा कि राजस्थान में दो साल पहले जो घोषणा की थी, उनमें से 78 योजनाएं कागजों से उतरी नहीं हैं. ऐसे में मुझे नहीं लगता कि कोई काम होने वाला है या जनता को कोई रीलिफ मिलने वाली है. बजट को लेकर पूनियां ने कहा कि यह चुनावी बजट जैसा ही था. जिस तरीके से सीएम लगातार घोषणाएं लगातार करते रहे हैं, भाषण में रिकॉर्ड बनाया है. मगर वो भूल गए कि 21 सीटें जीतने का रिकॉर्ड भी उन्होंने बनाया था. पूनियां ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री घोषणाजीवी हो गए हैं. इनके जरिए वो जनता में छाप छोड़ने की कोशिश करेंगे.
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सतीश पूनियां ने आगे कहा कि सीएम गहलोत की घोषणाओं और वास्तविकता में विरोधाभास है. गुरुशरण छाबड़ा के अनशन के दौरान गहलोत गए थे और उन्होंने शराबबंदी की मंशा जताई थी. मगर बजट में एक किस्म से शराब को प्रमोट करने की बात कही गई है. उन्हें साफ कर देना चाहिए कि शराब रेवेन्यू का बड़ा सोर्स है, इसलिए बंद नहीं कर सकते. इस तरह की गांधीवादी बातें करने का कोई औचित्य नहीं है.
राजनीति संभावनाओं का खेल, ये सरकार 5 साल नहीं चलेगी – देवनानी
वहीं, विधानसभा पहुंचे बीजेपी विधायक वासुदेव देवनानी ने भी मीडिया से बात करते हुए कहा कि मध्यावधि चुनाव की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता क्योंकि राजस्थान में हालात ऐसे ही हैं. जब मीडिया ने पूछा कि क्या पुडुचेरी जैसे हालात राजस्थान में बन रहे हैं, तो देवनानी ने कहा दो राज्यों को जोड़ करके नहीं देखना चाहिए क्योंकि हर जगह परिस्थितियां अलग-अलग होती हैं, हां लेकिन मध्यावधि चुनाव की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि बजट को देखेंगे तो यह चुनाव जैसा ही है. इससे मध्यावधि चुनाव का जैसा ही एहसास हो रहा है. इसलिए ही इस बजट में चुनाव जैसी घोषणाएं की गई हैं लेकिन इसमें कहीं भी वित्तीय प्रावधान नहीं किया गया है. वासुदेव देवनानी ने कहा राजनीति संभावनाओं का खेल है. मैंने पहले भी कहा था ये सरकार 5 साल नहीं चलेगी.
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विपक्ष मुगालते में न रहे. यह अशोक गहलोत सरकार है – टीकाराम जूली
एक के बाद एक बीजेपी विधायकों की ओर बजट के बहाने मध्यावधि चुनाव की हवा बनाये जाने और विपक्ष की ओर से लगाए आरोपों पर गहलोत सरकार में श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली ने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष मुगालते में न रहे, यह अशोक गहलोत सरकार है, जो मजबूत है. विपक्ष केवल मुद्दों को उछालने में माहिर है. राजस्थान में ऐसे कोई हालात नहीं हैं.
पांच साल तो क्या अगली सरकार भी कांग्रेस की ही बनेगी
वहीं, कांग्रेस विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने भी मध्यावधि चुनाव की किसी प्रकार की संभावनाओं से इनकार किया है. विधायक बैरवा ने कहा कि भाजपा दिन में सपने देखने लगी है. बीजेपी ख्याली पुलाव पकाना बंद करें. इनके मन में बहुत दिनों से यही चल रहा है लेकिन यह सरकार कल भी थी, आज भी है और आगे भी रहेगी. बल्कि आने वाली सरकार भी कांग्रेस की ही बनेगी.