लोकसभा चुनावों से पहले सियासी फेरबदल और वाक-विवाद का जुबानी युद्ध बदस्तूर जारी है. इस दौरान जुबानी वार कुछ इस कदर तीखे हो रहे हैं जिसमें सारी मर्दायादाओं एवं नियम-कायदे इसी द्वंद्व की भेंट चढ़ते जा रहे हैं. इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गुजरात में आम चुनावों के लिए किए गए गठबंधन को लेकर कड़ा प्रहार किया है. यहां तक कि दोनों पार्टियों के नेताओं को अंधा और लंगड़ा कहकर संबोधित किया है. गुजरात के बीजेपी प्रमुख सी.आर. पाटिल के इस बयान को कांग्रेस ने दुर्भाग्यपूर्ण और बेहद दुखद बताया है.
इस पर कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा, ‘सत्ता पाने के अपने अहंकार में गुजरात के भाजपा प्रमुख ने गठबंधन को संदर्भित करने के लिए लंगड़ा, बहरा और अंधा जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया है. यह शारीरिक रूप से दिव्यांग व्यक्तियों का अपमान है. बीजेपी सरकार लगातार दिव्यांग व्यक्तियों को दबाने और उनके अधिकारों को छीनने की कोशिश कर रही है. उनके शब्दों ने शारीरिक रूप से दिव्यांग व्यक्तियों की भावनाओं को आहत किया है.’
कहानी के माध्यम से उड़ाई कांग्रेस की खिल्ली
दरअसल, गुजरात के बीजेपी प्रमुख सी.आर. पाटिल ने एक कहानी का जिक्र करते हुए मीडियाकर्मियों के सामने कांग्रेस की खिल्ली उड़ाई. पाटिल ने कहा, ‘एक लंगड़े ने आग से बचने और साथ में भीख मांगकर पैसे कमाने का रास्ता दिखाया. बाद में अंधे व्यक्ति को लगा कि उसके कंधे पर बैठे लंगड़े व्यक्ति का वजन बढ़ रहा है और उसे ठगा हुआ महसूस हुआ. ऐसी ही स्थिति गुजरात में देखने को मिलेगी जहां एक अंधा और एक लंगड़ा व्यक्ति चुनाव जीतने के लिए एक साथ आए हैं.’
कांग्रेस-आप का कोई जनाधार नहीं
बीजेपी नेता ने कहा कि आप विधायक चैतर वसावा को भरूच लोकसभा सीट पर केवल 13 प्रतिशत वोट मिले थे और बीजेपी को 51 प्रतिशत, जबकि कांग्रेस को 26 प्रतिशत वोट मिले थे. ऐसे में गुजरात में निर्वाचित कांग्रेस प्रतिनिधियों को भी जीत की कोई संभावना नहीं दिख रही है और न ही ऐसे गठबंधन से कोई नतीजा नहीं निकलने वाला है. उन्होंने कहा कि भावनगर और भरूच में हमारा मजबूत आधार है. हम गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटें (प्रत्येक सीट पर) पांच लाख वोटों के अंतर से जीतेंगे.
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गुजरात के बीजेपी प्रमुख सी.आर. पाटिल ने आगे कहा कि कहा कि गुजरात की 26 में से आम आदमी पार्टी का केवल दो सीटों पर लड़ने का आप का फैसला अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी द्वारा चुनाव से पहले ही हार स्वीकार करने जैसा है. वहीं पाटिल ने कांग्रेस के कद्दावर नेता स्व.अहमद पटेल बच्चों मुमताज पटेल और फैसल का पार्टी में आने की संभावनाओं का स्वागत किया है. भरूच कांग्रेस की सुरक्षित सीट है जिस पर फैसल और मुमताज चुनाव लड़ना चाह रहे हैं लेकिन इस सीट को गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी को दिया गया है. इससे मुमताज एवं फैसल खासे नाराज हैं और मीडिया के सामने अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं.