LDC भर्ती परीक्षा में धांधली और लॉकडाउन के दौरान अवैध शराब के कारोबार का मुद्दा उठाया बेनीवाल ने

लॉक डाउन का फायदा उठाकर पुलिस अफसरों के संरक्षण से अवैध व नकली शराब का धंधा पनप गया है, कोई बड़ी शराब दुखान्तिका घटित नहीं हो इसलिए समय रहते रोकथाम आवश्यक है- बेनीवाल

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पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. देश में जारी कोरोना कहर के बीच राजस्थान के नागौर सांसद व राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया हनुमान बेनीवाल पिछले कुछ दिनों से लगातार सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का ध्यान विभिन्न मुददों पर आकर्षित कर रहे है. सोमवार को बेनीवाल ने जहां एलडीसी भर्ती परीक्षा में हुई धांधली का जिक्र किया वहीं रविवार को लॉकडाउन के बावजूद प्रदेश में चल रहे अवैध शराब के कारोबार के रोकथाम की बात की. इसके साथ ही बेनीवाल ने पिछले दिनों सीएम गहलोत द्वारा बिजली व पानी के बिल को दो माह स्थगित किए जाने के निर्णय पर सीएम गहलोत को पत्र लिखकर बिजली व पानी के बिल को पूर्ण रूप से माफ करने की मांग की थी.

सांसद बेनीवाल ने सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ट्वीट कर एलडीसी भर्ती में हुई धाधली का जिक्र किया. सांसद बेनीवाल ने कहा कि अशोक गहलोत जी एलडीसी 2018 भर्ती में राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आरक्षण व सीटो को लेकर जो धांधली हुई है उस पर आपको व्यक्तिगत बयान देकर सुधार करवाने की जरूरत है, राज्य का युवा जिम्मेदारों के ऐसे कृत्य से निराश है.

सांसद बेनीवाल ने इससे पहले रविवार को सीएम गहलोत को ट्वीट कर पुलिस के संरक्षण में चल रहे शराब के अवैध कारोबार के रोकथाम की बात की. सांसद बेनीवाल ने कहा कि अशोक गहलोत जी, नागौर सहित प्रदेश में धड़ल्ले से पुलिस अफसरों के संरक्षण में अवैध रूप से शराब बिक रही है, नागौर में एसपी सहित कई थाना अधिकारियों के संज्ञान में होने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हो रही है जिसमें इनकी संलिप्तता भी जाहिर होती है.

सांसद बेनीवाल ने आगे कहा कि लोक डाउन का फायदा उठाकर पुलिस अफसरों के संरक्षण से अवैध व नकली शराब का धंधा पनप गया है, कोई बड़ी शराब दुखान्तिका घटित नहीं हो इसलिए समय रहते रोकथाम आवश्यक है.

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सांसद बेनीवाल ने आगे कहा कि प्रदेश को कई बार शराब दुखान्तिकाओं की वजह से शर्मशार होना पड़ा, लॉकडाउन में अवैध हथकढ शराब के बढ़े कारोबार से राज्य का आम जन चिंता कर रहा है. आखिर राजस्थान पुलिस शराब माफियाओं को क्यों संरक्षण दे रही है? शराब के ठेके क्यों खुल जाते है?

बता दें, सांसद बेनीवाल ने पिछले दिनों सीएम गहलोत द्वारा बिजली व पानी के बिल को दो माह स्थगित किए जाने के निर्णय पर सीएम गहलोत को पत्र लिखकर बिजली व पानी के बिल को पूर्ण रूप से माफ करने की मांग की थी. इस दौरान सांसद बेनीवाल ने कहा था अशोक गहलोत जी बिजली व पानी के बिल को माफ ही करें, स्थगित करना राहत की श्रेणी में नही आता, पहले टिडडी, फिर ओला वृष्टि और अब कोरोना, आम उपभोक्ताओं व किसानों की आर्थिक व मनोदशा पर विचार करे व बिल माफ करे.

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