मजदूर विकास की रीढ़, जोे लोग रास्ते में अटके पड़े हैं, उन्हें घर जाने की छूट दी जानी चाहिए- गहलोत

कोरोना के इलाज के हमारे अनुभव को दुनियाभर में मान्यता, हमारी रणनीति अधिक से अधिक जांच करने की ताकि समय रहते पॉजिटिव रोगियों का लग सके पता, फूड प्रोसेसिंग से जुड़ी कम्पनियों को सीधे खरीद में प्राथमिकता

Assignment Name In Brief 5e4e0d8a 1a5b 11ea 9a0d A0e38c0c67e3
Assignment Name In Brief 5e4e0d8a 1a5b 11ea 9a0d A0e38c0c67e3

पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. प्रदेश में पिछले एक सप्ताह से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तीन गुना से ज्यादा इज़ाफ़ा हुआ है. इसका अहम कारण प्रदेश में तेजी से फैल रहा संक्रमण तो है ही इसके साथ ही सरकार द्वारा पिछले एक सप्ताह से प्रदेश के ज्यादा संक्रमित इलाकों में डोर टू डोर सर्वे कर अधिक से अधिक सैम्पल लिया जाना भी है. जितनी ज्यादा सैंपलिंग होगी उतना जल्दी संक्रमितों का पता चलेगा और इसको फैलने से रोका जा सकेगा. वहीं प्रदेश में अब कोरोना की जांच में के काम में और तेजी आएगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि हमारी रणनीति अधिक से अधिक जांच करने की है ताकि पॉजिटिव मरीजों का समय रहते पता लगाया जा सके. सीएम गहलोत ने बताया कि प्रदेश में अब 2 लाख रैपिड टेस्टिंग किट आ चुके हैं और जल्द ही रैपिड टेस्ट शुरू कर दिए जाएंगे. ज्यादा संख्या में लोगों का टेस्ट होने से संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद मिल सकेगी.

सीएम गहलोत ने अपने निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सोमवार को भी प्रदेश के पत्रकारों से बात कर उनके सभी सवालों के जवाब दिए. इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार कुल 10 लाख टेस्ट किट मंगवाएगी और आने वाले दिनों में हमारी टेस्टिंग क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी. एसएमएस हॉस्पिटल की लैब में कोरोना की नियमित जांच की क्षमता बढ़ी है तथा प्रदेश के 6 संभागीय मुख्यालयों के मेडिकल कॉलेजों की लैब में भी इसकी जांच हो रही है.

कोरोना के इलाज के हमारे अनुभव को दुनियाभर में मान्यता

मुख्यमंत्री गहलोत ने बताया कि सवाई मानसिंह अस्पताल, जयपुर में सबसे पहले भर्ती हुए कोरोना पॉजिटिव रोगियों के इलाज के लिए बनाए गए दवाओं के कॉम्बिनेशन की दुनिया के कई देशों में सराहना हुई है. यह हमारी बड़ी उपलब्धि है कि हमारे अनुभवों को दुनियाभर में मान्यता मिली है और इसका लाभ वहां के मरीजों को मिल रहा है. कुछ वर्ष पहले स्वाइन फ्लू का सामना करते हुए हमें जो अनुभव मिले वो आज कोविड-19 के मरीजों को ठीक करने में काम आ रहे हैं.

संक्रमित व्यक्ति के एक-एक सम्पर्क तक पहुंच रहे हैं

सीएम गहलोत ने आगे बताया कि राज्य सरकार भीलवाड़ा मॉडल को अपनाते हुए रूथलेस कन्टेनमेंट में जुटी हुई है. कोरोना एक महामारी है और इसका मुकाबला करने में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी. पुलिस प्रशासन को भी लॉकडाउन एवं कर्फ्यू की पालना सख्ती से कराने के निर्देश दिए गए हैं. सीएम गहलोत ने बताया कि संक्रमित व्यक्ति के एक-एक सम्पर्क की पहचान कर उस तक पहुंचा जा रहा है. रामगंज क्षेत्र में केवल एक मौहल्ले में ही अधिक संक्रमण फैला है, जिसे रोकने में हम कामयाब होंगे, चिंता की कोई बात नहीं है. इसी प्रकार, बासंवाड़ा के कुशलगढ़ में भी एक क्षेत्र विशेष में संक्रमण हुआ है, जिस पर तयशुदा प्रोटोकॉल के तहत निगरानी की जा रही है.

देश में उद्योगों को खड़ा करने में मजदूरों की बड़ी भूमिका

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रवासी मजदूरों की स्थिति पर कहा कि यह बहुत बड़ी समस्या है कि उनकी आजीविका छिन गई है और कई जगह उन्हें राहत शिविरों में रहना पड़ रहा है. मजदूर इस देश के विकास की रीढ़ हैं. आजादी के बाद के इन 70 सालों के दौरान देश में उद्योगों को खड़ा करने में उनकी बड़ी भूमिका है. मेरा व्यक्तिगत विचार है कि अब जोे लोग रास्ते में अटके पड़े हैं, उन्हें एक बार घर जाने की छूट दी जानी चाहिए. सीएम गहलोत ने आगे कहा कि विभिन्न राज्यों में फंसे मजदूरों के सहयोग और उनकी शिकायतों के समाधान के लिए सभी सरकारों ने विशेष व्यवस्थाएं की हैं तथा कुछ अधिकारियों को सिर्फ इसी काम के लिए नियोजित किया है. राजस्थान में भी दो आईएएस अधिकारियों को यह जिम्मेदारी दी गई है, जो दूसरे राज्यों के अधिकारियों से निरंतर सम्पर्क में हैं.

अर्थव्यवस्था के मिसिंग लिंक, क्रय शक्ति बढ़ाने और रोजगार के उपायों पर विचार

सीएम गहलोत ने कहा कि लॉकडाउन की अवधि आगे बढ़ने के बावजूद प्रदेश में कुछ उद्योगों को शुरू करने की योजना पर विचार किया गया है. इस पर विशेषज्ञों की राय भी ली गई है. अर्थव्यवस्था के मिसिंग लिंक को जोड़ने, लोगों की क्रय शक्ति बढ़ाने और रोजगार की व्यवस्था करने सहित सभी उपायों पर प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम संदेश के बाद ही विस्तार से चर्चा की जाएगी.

सीएम गहलोत ने मीडिया की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार ने जो कदम उठाए हैं, उनके बारे में प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी मीडिया ने बखूबी निभाई है. इसके साथ ही आमजन में संक्रमण से बचाव के बारे में जागरूकता पैदा करने में भी मीडिया की भूमिका सराहनीय रही है.

यह भी पढ़ें: सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, सीएम गहलोत ने कहा- चिंताओं को दूर करने की जरूरत

फूड प्रोसेसिंग से जुड़ी कम्पनियों को सीधे खरीद में प्राथमिकता

ओस दौरान मुख्यमंत्री अशोम गहलोत ने यह भी कहा कि कृषि जिन्सों की न्यूनतम समर्थन मूल्य एवं खुली खरीद प्रक्रिया के जरिए 15 अप्रैल से चरणबद्ध तरीके से खरीद के निर्देश राज्य सरकार ने दिए थे. कोटा मण्डी में 16 अप्रैल से एमएसपी पर खरीद शुरू हो जाएगी. प्रोसेसिंग से जुड़ी कम्पनियों को किसानों से सीधे खरीद में प्राथमिकता दी जाएगी ताकि राशन और भोजन सामग्री की उपलब्धता में मदद मिल सके. सरसों और चने की खरीद के लिए भी 677 खरीद केन्द्र बनाए गए हैं, जबकि गेहूं की खरीद की लिए गौण मण्डियां स्थापित की गई हैं.

Leave a Reply