पॉलिटॉक्स ब्यूरो. दिल्ली के मटियाला में एक जन रैली में गरजते हुए अमित शाह ने कहा कि कुछ ही दिन शेष हैं और दिल्ली की जनता नई सरकार तय करने वाली है. उन्होंने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि पांच साल पहले दिल्ली की जनता ने बड़ा भरोसा करके केजरीवाल को वोट दिया था. अब आपका एक वोट ये तय करेगा कि पांच साल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह काम करने वाली सरकार चाहिए या धरना प्रदर्शन करने वाली आप सरकार चाहिए. शाह ने यहां से बीजेपी उम्मीदवार राजेश गहलोत को समर्थन देने की स्थानीय जनता से अपील की.
केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने कहा कि मैं दिल्ली के मुख्यमंत्री को याद कराने आया हूं कि भईया केजरीवाल, आपने जो वादे किए थे, वो आप तो भूल गए लेकिन वो वादे न दिल्ली की जनता भूली है और न ही बीजेपी के कार्यकर्ता. आपने कहा था कि आप एक हजार स्कूल बनाओगे, जरा बताएं कि कितने स्कूल बनाए. 15 लाख सीसीटीवी कैमरा लगाने की बात कही थी और जनता को बेवकूफ बना दिया. पांच हजार डीटीसी की बसें लाने का वादा भी तीन सौ बसों पर ही सिमट गया. आठ लाख लोगों को नौकरी देने की बाते करने वाले अस्थाई कर्मचारियों को भी स्थाई नहीं पाए. यमुना स्वच्छ करने वाले स्वच्छ करना तो दूर, जो पानी हमारे घरों में आता था, वो तक गंदा कर दिया. आज पूरे भारत में सबसे खराब पानी दिल्ली की जनता को मिल रहा है.
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अमित शाह ने कटाक्ष करते हुए कहा कि यमुना को स्वच्छ करना आप के बूते की बात नहीं है. मोदीजी और योगीजी ने गंगा स्वच्छ करने का काम किया. उसी तर्ज पर यमुना भी हम ही स्वच्छ करेंगे. अरविंद केजरीवाल ने चुनावों से पहले नए फ्लाई ओवर बनाने की बात कही थी लेकिन पीएम मोदी जो फ्लाई ओवर बना रहे हैं, उन पर भी रोड़ा अटका रहे हैं. अनाधिकृत कॉलोनियों को अधिकृत करने में भी हमेशा अड़ंगा लगाया. इसके बावजूद हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली की करीब 1731 अनाधिकृत कॉलोनियों के लोगों को पांच हजार रुपए में अपने घर का मालिकाना हक देने का उत्कृष्ट काम किया है.
आगे केंद्रीय गृहमंत्री ने केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि पिछले पांच साल में केजरीवाल ने एक भी चुनाव नहीं जीता. पहले वाराणसी में हारे, फिर हरियाणा, पंजाब और एमसीडी चुनाव में हारे. उसके बाद लोकसभा चुनाव में भी सारी सीटें हार गए. पांच साल पहले एक चुनाव जीतने के बाद सारे चुनाव दिल्ली की जनता ने ही उन्हें हराए हैं. अब एक बार फिर वहीं इतिहास दोहराया जाने वाला है. याद दिला दें, दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनावों के लिए 8 फरवरी को मतदान होना है. नतीजे 11 फरवरी को घोषित किए जाएंगे.
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