राजस्थान की 15वीं विधानसभा में जारी अंतिम बजट सत्र के दौरान एक बार फिर मंत्रियों की गैरमौजूदगी का उठा मुद्दा, सदन में रखी जाने वाली अधिसूचना को विभाग के मंत्री की जगह दूसरे मंत्री की और से रखे जाने पर विपक्ष ने दर्ज कराई आपत्ति, विपक्ष की इस आपत्ति को विधानसभा अध्यक्ष ने भी लिया गंभीरता से और चीफ सेक्रेटरी से बात कर बुलाई अहम बैठक, सोमवार को सरकार की और से कई विभागों की अधिसूचना रखी जानी थी सदन की टेबल पर, लेकिन आधे से ज्यादा मंत्री मौजूद नहीं थे सदन में, मंत्रियों की गैरमौजूदगी में दूसरे मंत्रियों ने सदन की टेबल पर रखी अधिसूचना, इस पर ही नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया ने नाराजगी जताते हुए दर्ज कराई आपत्ति, कटारिया ने कहा कि मंत्री सुबह विधानसभा में आते हैं लेकिन नहीं आते हैं सदन में, उनकी रिपोर्ट भी दूसरे साथी मंत्रियों को रखनी पड़े ये स्थति नहीं है ठीक, वहीं विपक्ष की इस आपत्ति को विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने भी लिया गंभीरता से, जोशी ने मुख्य सचिव को तलब कर स्थिति ठीक करने के लिए बुलाई आवश्यक बैठक, जोशी ने कहा कि ये वास्तव में गंभीर बात है कि मंत्री अपनी रिपोर्ट भी नहीं रख रहे हैं स्वयं, इसको लेकर बुलाई गई अहम बैठक में सरकार के मंत्रियों को इस बात की दी जाएगी हिदायत की वो अपनी जिम्मेदारी को लेकर हों गंभीर, वहीं सदन में अनुपस्थित अपनी सरकार के मंत्रियों का बचाव करते हुए संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि ऐसा हो जाता है कभी कभी, किसी कारण से मंत्री को जाना पड़ जाता है बाहर