काफी मायने रखता है सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस डीवाई चंद्रचूड का ‘स्पीकर को भी करना होगा संतुष्ठ’ कथन, अब विधायकों को हर हाल में उपस्थित होना ही पड़ेगा स्पीकर एनपी प्रजापति के समक्ष, स्पीकर के अपने विशेषाधिकार और नहीं होगा उनका हनन, स्पीकर को इस्तीफे की जांच करने का पूरा अधिकार, दूर बैठकर ईमेल से इस्तीफे भेजना या वीडियो जारी कर इस्तीफे स्वीकार करने की बात मानना या न मानना स्पीकर के अधिकार क्षेत्र में, ऐसे में सभी बागियों को स्पीकर के समक्ष उपस्थित होकर बतानी होगी इस्तीफा देने की वजह, पूरी तरह संतुष्ठ हो स्पीकर, तभी स्वीकार होगा इस्तीफा