राजस्थान के राजनीतिक संकट पर सूत्रों ने किया बड़ा खुलासा: गहलोत सरकार को अस्थिर करने का था पूरा इंतजाम, चाहे सिंधिया बन बीजेपी में शामिल होकर या सिंधिया से एक कदम आगे बढ़कर बनाई जाती नई पार्टी, फिर मुख्यमंत्री की शर्त पर ही दिया जाता बीजेपी को समर्थन, लगभग 26 से 32 विधायकों के साथ इस मुहिम को दिया जाना था अंजाम, पहले राज्यसभा की दो सीटों पर बीजेपी का होता कब्जा, उसके बाद सरकार गिराने की थी तैयारी, लेकिन विरोधियों की सीएम गहलोत को कम आंकने की गलती पड़ गई उनको ही भारी, पल-पल की जानकारी जुटाए बैठे सीएम गहलोत ने फेर दिया सारे मंसूबो पर पानी, लेकिन जानकारों का यही है मानना की पूरी तरह संकट टला नहीं है अभी