Om Birla Biography in Hindi: बीजेपी के ओम बिड़ला को बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चुना गया. ओम बिड़ला को ध्वनिमत से 18वीं लोकसभा का नया स्पीकर चुना गया. ओम बिड़ला पिछली लोकसभा में भी अध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे और वह 25 वर्षों में दूसरे कार्यकाल के लिए यह पद पाने वाले पहले व्यक्ति बन गए है. इससे पहले कांग्रेस के बलराम जाखड़ लगातार दो बार स्पीकर रहे हैं. ओम बिरला राजस्थान के कोटा से तीसरी बार लोकसभा पहुंचे हैं. बता दें, अध्यक्ष चुने जाने के बाद पीएम मोदी और नेता विपक्ष राहुल गांधी उन्हें आसन तक लेकर पहुंचे. प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने ध्वनि मत से उन्हें विजयी घोषित किया. जानें ओम बिड़ला की जीवनी और कितनी होती है स्पीकर की सैलरी.
स्पीकर का वेतन
स्पीकर को 1954 के संसद अधिनियम के तहत वेतन, भत्ते और पेंशन मिलती हैं. दिसंबर 2010 में संशोधित संसद अधिनियम 1954 के अनुसार, लोकसभा अध्यक्ष को 1 लाख रुपए का मासिक वेतन और 70 हजार रुपए प्रति माह का निर्वाचन क्षेत्र भत्ता मिलता है. संसदीय सत्रों या समिति की बैठकों के दौरान, वे 2 हजार रुपए के दैनिक भत्ते और 2 हजार रुपए का आतिथ्य भत्ता मिलता है. लोकसभा स्पीकर के अपना कार्यकाल पूरा करने पर उन्हें संसद विधेयक 2010 के अनुसार 20 हजार रुपए की मासिक पेंशन मिलती है, साथ ही 1500 रुपए का अतिरिक्त भत्ता भी मिलता है. वहीं इसके अलावा लोकसभा अध्यक्ष को कैबिनेट मंत्रियों के समान ही सुविधाएं मिलती हैं, जिसमें परिवार के सदस्यों के लिए यात्रा भत्ता, चाहे वे घरेलू या अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर हों, उन्हें मुफ़्त आवास, परिवहन और बोर्डिंग सेवाएँ मिलती हैं.
ओम बिड़ला एक भारतीय राजनीतिज्ञ और भारतीय जनता पार्टी के सक्रीय नेता हैं. इस समय बिड़ला साहब 18वीं लोकसभा के सदस्य है. ओम बिरला दूसरी बार स्पीकर बनने वाले पहले भाजपा नेता हैं. इससे पहले कांग्रेस के बलराम जाखड़ लगातार दो बार स्पीकर रहे हैं. लोकसभा का अध्यक्ष भले ही जनता के बीच लोकप्रिय नेता की श्रेणी में नहीं आता हैं. मगर उसका काम बहुत महत्वपूर्ण होता हैं. वह संसद की देखरेख करता हैं. सभा के दौरान उपस्थित सांसद उसी को सम्बोधित करके अपनी बातो को रखता हैं. इतना ही नहीं सभी सदस्य सभा की अवधि में उनकी बात मानने के लिए कानूनन बाध्य होते हैं. यहाँ तक की भारत का मंत्रिमंडल एवं प्रधानमंत्री भी सभा के दौरान उनकी बात को मानने के लिए कानूनन बाध्य होते हैं. इस तरह लोकसभा का सदस्य देश का अति महत्वपूर्ण पद कहलाता हैं. लोक सभा के वर्तमान सदस्य ओम बिड़ला हैं. हम आपको लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला की जीवनी (Om Birla Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है..
ओम बिड़ला की जीवनी (Om Birla Biography in Hindi)
नाम | ओम बिड़ला |
उम्र | 61 वर्ष |
जन्म तारीख | 23 नवंबर 1962, |
जन्म स्थान | कोटा, राजस्थान, भारत |
शिक्षा | पोस्ट ग्रेजुएशन (कॉमर्स) |
कॉलेज | एमडीएस विश्वविद्यालय, अजमेर |
वर्तमान पद | लोकसभा अध्यक्ष |
व्यवसाय | राजनीतिज्ञ, सामाजिक कार्यकर्ता एवं कृषिविद |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पिता का नाम | स्वर्गीय श्री श्रीकृष्ण बिड़ला |
माता का नाम | स्वर्गीय श्रीमती शकुंतला देवी |
पत्नी का नाम | डॉ. अमिता बिड़ला |
बच्चे | 2 बेटीयाँ |
बेटियों के नाम | आकांशा बिड़ला (चार्टर्ड अकाउंटेंट) अंजलि बिड़ला (सिविल सर्वेंट) |
स्थाई पता | 80-बी, दशहरा स्कीम, शक्ति नगर, कोटा, राजस्थान |
वर्तमान पता | बंगला संख्या 11, विंडसर प्लेस, नई दिल्ली |
संपर्क नंबर | 07442502525 |
ओम बिड़ला का जन्म और परिवार (Om Birla Birth & Family)
ओम बिड़ला का जन्म 23 नवंबर, 1962 को राजस्थान के कोटा में हुआ था. ओम बिड़ला साहब के पिता का नाम स्वर्गीय श्री श्रीकृष्ण बिड़ला हैं. उनके माता का नाम स्वर्गीय श्रीमती शकुंतला देवी हैं. इनके भाई का नाम राजेश बिड़ला हैं. बिड़ला साहब एक हिन्दू मारवाड़ी परिवार से आते हैं. और इनका बचपन कोटा में ही बीता.
ओम बिड़ला साहब ने 11 मार्च 1991 में परम्परागत हिन्दू रीति रिवाज से अमिता बिड़ला से विवाह किया. इनकी पत्नी पेशे से डॉक्टर हैं. उन्होंने एमबीबीएस की डिग्री ली हैं. इनकी दो बेटियाँ हैं, बड़ी बेटी का नाम आकांशा बिड़ला हैं और छोटी बेटी का नाम अंजलि बिड़ला हैं. इन्हे पुत्र नहीं हैं. इनके दोनों पुत्री पढाई में कुशाग्र (तेज) रही हैं.
- गुलाबचंद कटारिया की जीवनी
- वसुंधरा राजे की जीवनी
- दीया कुमारी की जीवनी
- सतीश पूनिया की जीवनी
- गजेंद्र सिंह शेखावत की जीवनी
- राजेंद्र सिंह राठौड़ की जीवनी
बिड़ला साहब की छोटी बेटी अंजलि बिड़ला ने पहले ही प्रयास में यूपीएससी एग्जाम पास करने के बाद आईएस ऑफिसर (Om Birla Daughter Civil Services) बन चुकी हैं. जबकि बड़ी बेटी आकांशा बिड़ला चार्टेड एकॉउंटेड हैं.
वर्तमान में ओम बिड़ला साहब की उम्र 61 वर्ष (Om Birla Age) है.
ओम बिड़ला की शिक्षा (Om Birla Education)
बिड़ला साहब ने अपनी स्कूली शिक्षा कोटा से पूरी की, जिसके बाद उन्होंने गवर्नमेंट कॉमर्स कॉलेज, कोटा और एमडीएस यूनिवर्सिटी, अजमेर से कॉमर्स में मास्टर डिग्री हासिल की.
ओम बिड़ला का प्रारंभिक जीवन (Om Birla Early life)
ओम बिड़ला साहब एक साधारण परिवार से आते हैं. राजस्थान के रहने वाले बिड़ला साहब का बचपन कोटा में बिता. इनका शुरुआत से ही राजनीति में गहरी रूचि रही हैं. वह छात्र जीवन में ही आरएसएस से भी जुड़े रहें. वह संघ के विचारधारे को बढ़ाने में भी लगे रहें. इसी कारण वह छात्र राजनीति से जुड़ गए थे. छात्र राजनीति में रहते हुए ही उन्होने साल 1987 में भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष पर आसीन हुए. फिर साल 1991 में भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बने. उसके बाद साल 2003 में विधानसभा का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. फिर तो वह लगातार जीत पर जीत दर्ज करते रहें.
ओम बिड़ला का राजनीतिक करियर (Om Birla Political Career)
ओम बिड़ला साहब को 19 जून, 2019 को लोकसभा का अध्यक्ष चुना गया. बिड़ला साहब कोटा-बूंदी निर्वाचन क्षेत्र, राजस्थान से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार के रूप में 16वीं और 17वीं लोकसभा के लिए चुने गए. 16 मई, 2014 को अपना संसदीय पद सँभालने से पहले वे राजस्थान की विधानसभा के लिए तीन बार चुने जा चुके हैं बिड़ला साहब साल 1987 से 1991 तक कोटा से भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष के पद पर रह चुके हैं.
बिड़ला साहब छात्र राजनीति से आगे बढे हैं. वह 1979 में छात्र संघ के अध्यक्ष थे. और साल 2003 में हुए राजस्थान विधानसभा में कोटा दक्षिण से शांति धारीवाल के विरुद्ध अपनी पहली जीत दर्ज किया. राजनीति में आने से पहले बिड़ला साहब नेशनल को-ऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन लिमिटेड में काम किया करते थे. वहां वे कंपनी के उपाध्यक्ष के रूप में पदस्थापित थे.
बिड़ला साहब समाज सेवा में अधिक रूचि रखते हैं. उन्होने संसदीय सचिव (Parliamentary Secretary) के तौर पर कार्य की अवधि में गरीब और असहाय लोगो की आर्थिक सहायता की.
वर्तमान में ओम बिड़ला साहब भारतीय जनता पार्टी से कोटा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के निर्वाचित सदस्य एवं लोकसभा का अध्यक्ष (Lok Sabha Speaker) हैं.
ओम बिड़ला की राजनीति यात्रा (Om Birla Political journey)
- साल 1987 में भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष बने.
- साल 1991 में भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बने.
- साल 1997 में भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
- साल 2003 में राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव में कोटा दक्षिण से निर्वाचित हुए.
- साल 2008 में राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव में पुनः एक बार फिर कोटा दक्षिण से निर्वाचित हुए.
- साल 2013 में राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव में तीसरी बार जीत दर्ज की.
- साल 2014 में मोदी लहर में विधायक रहते ही दक्षिण कोटा निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव लड़ा और विजय हुए.
- साल 2019 में पुनः उसी लोकसभा क्षेत्र से दोबारा चुनाव लड़ा और इस बार फिर लोकसभा के लिए चुने गएँ. एमपी बनने के बाद लोकसभा का अध्यक्ष बाए गएँ.
- साल 2024 में पुनः उसी लोकसभा क्षेत्र से दोबारा चुनाव लड़ा और इस बार फिर लोकसभा के लिए चुने गएँ. एमपी बनने के बाद दूसरी बार लोकसभा का अध्यक्ष बाए गएँ.
ओम बिड़ला के संभाले गए पद (Om Birla Political Positions Held)
वर्ष | पद |
1987–91 | जिला अध्यक्ष, भारतीय जनता युवा मोर्चा, कोटा |
1991–1997 | प्रदेश अध्यक्ष, भारतीय जनता युवा मोर्चा, राजस्थान प्रदेश |
1997-2003 | राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भारतीय जनता युवा मोर्चा |
2003-2015 | कोटा दक्षिण से विधायक |
2014-वर्तमान | कोटा से सांसद |
19 जून 2019 – वर्तमान
2024-वर्तमान |
लोकसभा अध्यक्ष
लोकसभा अध्यक्ष |
ओम बिड़ला की उपलब्धियां (Om Birla Achievements)
बिड़ला साहब की उपलब्धि की यदि बात करें तो इन्होने पहली बार साल 2003 में हुए राजस्थान विधानसभा में कोटा दक्षिण से शांति धारीवाल के विरुद्ध अपनी पहली जीत दर्ज किया था. उसके बाद फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. लगातार आगे ही बढ़ते रहें. उन्होंने फिर साल 2008 में हुए राजस्थान विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की. उसके बाद वह साल 2013 में भी विधायक बने.
उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि यही रही हैं कि उन्होंने अब तक जितने भी चुनाव लड़ा हैं, उन्हें सभी में विजय हासिल हुई हैं. इसके साथ ही वह जनकल्याण के जुड़े कार्यो को भी करने में आगे रहें हैं. इतना ही नहीं वह किसी भी विवाद से आज तक दूर रहें हैं. अब यही कारण हैं कि वह जनता के बीच अधिक लोकप्रिय हैं और उन्हें लगातार जीत मिल रही हैं.
ओम बिड़ला की संपत्ति (Om Birla Net Worth)
ओम बिड़ला साहब की संपत्ति की बात करे तो उन्होंने वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान जो हलफनामा दाखिल किया था उसके तहत उनकी कुल संपत्ति 10.61 करोड़ थी, जो बीते पांच साल के मुकाबले में दोगुना हो चुकी है. 2019 के हलफनामे पर नजर दौड़ाएं तो यह आंकड़ा 4.79 करोड़ रुपए था. वहीं उनकी धर्मपत्नी के नाम पर 3 अचल संपत्तियां हैं.
इस लेख में हमने आपको लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला की जीवनी (Om Birla Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.