सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ महिला वकील के ट्वीट पर बोलीं निर्भया की मां- महिला वकील की यह कहने की हिम्मत कैसे हुई?’

रेपिस्ट को सपोर्ट करके अपना गुजारा करने वाले लोगों के कारण नहीं रूक रहे हैं देश में रेप के मामले, सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ वकील इंदरा जयसिंह ने ट्वीट कर की चारों दोषियों को माफ करने की अपील, सोनियां गांधी का दिया उदाहरण

पाॅलिटाॅक्स ब्यूरो. निर्भया गैंगरेप और हत्या के मामले में आए दिन कुछ ऐसा हो रहा है जिससे पिछले सात सालों से न्याय की लडाई लड़ रही एक मां को गहरा दुख पहुंच रहा है. एक तरफ न्यायिक प्रक्रिया में में हो रही देरी इस मां के आंखों के आंसू सूखने नहीं दे रही है तो दूसरी तरफ दिल्ली की पार्टियों कभी बीजेपी तो कभी आम आदमी पार्टी की राजनीति निर्भया की मां आशादेवी को अंदर तक तोड रही है. उसके ऊपर अब जब चारों दोषियों को एक फरवरी को फांसी लगना तय हो गया है तो ऐसे में सुप्रीम कोर्ट की एक वरिष्ठ महिला वकील ने ट्वीट कर निर्भया की मां आशादेवी से चारों दोषियों को माफ कर देने की अपील की है.

अपनी बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार और उसकी अमानवीय तरीके से हत्या के आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी के फंदे पर झूलता देखना चाह रही निर्भया की मां को सुप्रीम कोर्ट की इस वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह से कितना गहरा आघात पहुंचा होगा इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता. दिसम्बर 2012 की इस घटना के बाद पिछले 7 साल से भी ज्यादा समय से साल-दर-साल एक अदालत से दूसरी अदालत की चैखट पर अपनी बेटी के हत्यारों को सजा दिलाने की बिना थके लंबी लड़ाई लड़ने वाली निर्भया की मां आशा देवी का गुुस्सा उस समय फूट पडा जब सुप्रीम कोर्ट की वकील इंदरा जयसिंह ने निर्भया की मां से ही उसकी बेटी की हत्या करने के चारों आरोपियों को माफ कर देने जैसी दोषियों के मन की बात कह दी. वरिष्ठ सुप्रीम कोर्ट की वकील और वो भी एक महिला के इस तरह के माफी देने के बयान के बाद निर्भया की मां आशादेवी के मुंह से सबसे पहले निकला कि ‘महिला वकील की यह कहने की हिम्मत कैसे हुई?’

खास बात यह है कि वरिष्ठ अधिवक्ता इंदरा जयसिंह ने निर्भया की मां आशादेवी से की इस अपील में सोनिया गांधी का उदाहरण दिया है. इंदिरा जयसिंह ने निर्भया की मां आशा देवी से दोषियों को माफ करने की बात कहते हुए ट्वीट में लिखा कि वह निर्भया की मां से सोनिया गांधी का उदाहरण लेने का अनुरोध करती हैं, सोनिया गांधी ने राजीव गांधी की हत्या की दोषी नलिनी को माफ कर कहा था कि वह उसके लिए फांसी की सजा नहीं चाहती हैं. जयसिंह ने कहा कि उसकी संवदेना आशादेवी के साथ हैं लेकिन वो फांसी की सजा के खिलाफ हैं. इस ट्वीट के बाद आशा देवी का गुस्सा जैसे फूट पडा हो आशा देवी ने कहा, कि इस तरह का सुझाव देने वाली इंदिरा जयसिंह कौन होती है, कानून और पूरा देश चाहता है कि दोषियों को फांसी की सजा मिले.

बात यहीं समाप्त नहीं हुई, निर्भया की मां ने कहा कि उनके जैसे लोगों की वजह से रेप पीड़िताओं को न्याय नहीं मिल पाता है. आशादेवी ने कहा कि उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि इंदिरा जयसिंह ने ऐसा कहने की हिम्मत कैसे की? जबकि वो सुप्रीम कोर्ट में इस महिला वकील से कई बार मिल चुकी हैं, लेकिन एक बार भी उसने हालचाल नहीं पूछा. आज वो दोषियों के पक्ष में बोल रही हैं. आशा देवी गुस्से से बोली कि इस तरह के लोग रेपिस्ट को सपोर्ट करके अपना गुजारा करते हैं. यही वजह है कि रेप के मामले नहीं रुक रहे हैं.

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सुप्रीम कोर्ट की एक महिला वकील ने देश के सबसे संवदेनशील मामले में फांसी की सजा पा चुके चारों दोषियों को माफी देने की बात कही है. 7 साल से भी ज्यादा समय से चल रहे इस मामले की गूंज देश के हर गली मोहल्ले में है. निर्भया का सामूहिक बलात्कार और उसकी निर्मम तरीके से हत्या की इस घटना को लेकर निर्भया की मां के साथ-साथ लोगों में भी गुस्सा और आक्रोश है. बता दें, निर्भया के चारों दोषियों मुकेश सिंह, विनय कुमार शर्मा, अक्षय और पवन द्वारा कानूनी दांवपेंच आजमाने की वजह से अब इस चारों दोषियों को 22 जनवरी के बजाए 1 फ़रवरी को सुबह 6 बजे फांसी दी जाएगी.