पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग ने फिर पकड़ा जोर, विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा के बाद कट्टर पायलट समर्थक और चाकसू विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने उठाई मांग, बड़ा बयान देते हुए सोलंकी ने कहा- बजट और योजनाओं के दम पर रिपीट नहीं होती सरकार, राजस्थान में सरकार रिपीट करनी है तो सचिन पायलट को दी जाए कमान, पायलट का चेहरा है सर्वमान्य और युवाओं की पसंद, बजट से अगर सरकार रिपीट होती तो पिछले कार्यकाल की सरकार भी हो जाती रिपीट, जहां तक बात है नंबर की तो नंबर तो आलाकमान के पास है, वन टू वन करवा लिया जाए तो विधायकों की नंबरिंग का भी चल जाएगा पता, जिन लोगों ने दबाव में दिए इस्तीफे दिए उन पर कार्रवाई की मांग हमारी नहीं, बल्कि आलाकमान खुद चाहता है बस फैसला आना है बाकी, लेकिन किसके दबाव में विधायकों ने इस्तीफे दिए गए थे इसकी होनी चाहिए जांच, हम लोग आलाकमान से मिलने मानेसर जाकर बैठे तो हमारे खिलाफ की गई थी कार्रवाई, लेकिन जब यहां आलाकमान खुद जयपुर में बैठा हुआ था और विधायक इस्तीफा दे रहे थे, अलग से कर रहे थे बैठकें, तो फिर उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं? राजस्थान में सत्ता रिपीट करने वाला सिर्फ एक ही चेहरा है और वह है सचिन पायलट