झारखंड में अब की बार ‘सोरेन सरकार’, जमशेदपुर पूर्व से अपनी सीट तक नहीं बचा पाए रघुबर दास

दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे हेमंत सोरेन, 19 सालों में पहली बार सत्ता में आई कांग्रेस, बीजेपी पर भारी पड़ गई राष्ट्रीय मुद्दों की राजनीति, रघुबर दास ने दिया इस्तीफा

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. जैसा कि पॉलिटॉक्स ने अपनी पुरानी खबरों में पहले ही बताया था, झारखंड में अबकी बार सोरेन सरकार बन गई है. झारखंड में महागठबंधन में शामिल झारखंड मुक्ति मोर्चा (30), कांग्रेस (16) और राष्ट्रीय जनता दल (1) ने 81 विधानसभा सीटों में से 47 सीटों पर कब्जा कर एक तरफा जीत दर्ज की. गठबंधन के नेता और झामुमो प्रमुख हेमंत सोरेन (Hemant Soren) प्रदेश के नए और 11वें मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. वहीं बीजेपी 25 सीटों पर सिमट गई. ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (आजसू) ने 2 और झारखंड विकास मोर्चा (JVM) ने 3, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने एक सीटों पर कब्जा जमाया. 2 सीटों पर निर्दलीय जीते. चुनाव परिणाम (Jharkhand Election Result 2019) जारी होने से पहले ही सीएम रघुबर दास ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया.

हेमंत सोरेन ने दुमका और बरहैट सीटों से चुनाव लड़ा और दोनों में जीत दर्ज की. सोरेन ने दुमका से बीजेपी के लुइस मरांडी को 13018 वोटों और बरहैट में बीजेपी के सिमोन मल्टो को 25740 वोटों से हराया. सोरेन दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे. वहीं पांचवा मौका है जब झामुमो पार्टी का मुख्यमंत्री सत्ता की कुर्सी संभालेगा. इससे पहले हेमंत सोरेन के पिता सिबू सोरेन तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. वहीं झारखंड में कांग्रेस 19 साल बाद पहली बार सत्ता में गठबंधन के जरिए प्रवेश कर रही है. याद दिला दें, पॉलिटॉक्स ने झारखंड के अंतिम चरण के मतदान के दिन भी बता दिया था कि झामुमो और कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं और हेमंत सोरेन राज्य के नए मुख्यमंत्री बनेंगे.

झारखंड विधानसभा चुनाव में सबसे हॉट सीट मानी जा रही जमशेदपुर पूर्व से बीजेपी के बागी सरयू राय वर्तमान सरकार में मुख्यमंत्री रघुबर दास पर भारी पड़े. यहां रघुबर दास को 15109 वोटों से हार का सामना करना पड़ा. टिकट न मिलने से नाराज सरयू राय ने बतौर निर्दलीय नामांकन दर्ज किया.

झारखंड जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हेमंत सेरोन को ट्वीट कर बधाई दी. वहीं राहुल गांधी ने गठबंधन की जीत पर कार्यकर्ताओं और नेताओं को बधाई दी.

जैसा कि चुनाव के शुरुआती रूझानों से ही पता चल गया था कि महागठबंधन बीजेपी पर भारी पड़ता नजर आ रहा था. इसके बावजूद सीएम रघुबर दास (Raghubar Das) और बीजेपी के अन्य नेता हार मानने को तैयार नहीं थे और बार बार अंतिम परिणाम (Jharkhand Election Result 2019) की बात कह रहे थे.

अपनी सीट पर जीत हासिल करने के बाद हेमंत सोरेन ने मीडिया को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को समर्थन के लिए धन्यवाद दिया. साथ ही झारखंड की जीत को महागठबंधन की जीत बताया. उन्होंने ये भी कहा कि सहयोगी पार्टियों के नेता फिलहाल साथ न होने के चलते उनका कुछ भी कहा पाना सही नहीं है.

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झारखंड (Jharkhand Election Result 2019) में रघुबर दास की हार बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व के लिए भी बड़ा झटका रही. यहां केंद्रीय आलाकमान को रघुबर दास को टिकट बांटने सहित अन्य एकाधिकार देना भारी पड़ा. माना जा रहा है कि रघुबर दास ने अपनी जिद के चलते उन सभी नेताओं के टिकट काट दिए जो कहीं न कहीं उन्हें या मुख्यमंत्री पद को चुनौती दे रहे थे. सरयू राय और भाजपा सरकार में विधानसभा स्पीकर दिनेश उरांव उनमें शामिल हैं. इसका खामियाजा भाजपा के साथ साथ खुद रघुबर दास ने भुकता और सरयू राय ने रघुबर दास को न केवल हार का स्वाद चखाया, साथ ही पार्टी में अपनी पकड़ का अहसास भी करा दिया. दूसरी ओर, माना जा रहा है कि बीजेपी पर कहीं न कहीं राष्ट्रीय मुद्दों की राजनीति भारी पड़ गई. वहीं कांग्रेस और झामुमो ने स्थानीय मुद्दों पर राजनीति खेल बाजी मार ली.

बात करें बाबुलाल मरांडी को तो झाविमो प्रमुख मरांडी ने धनवार तो रघुबर दास सरकार में सहयोगी पार्टी रही आजसू के प्रमुख सुरेश मेहतो ने सिल्ली विधानसभा सीट से जीत हासिल की. (Jharkhand Election Result 2019)

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