राम दरबार की मूर्तियां गिराने के मामले में जोशी ने स्वीकारा राठौड़ के तथ्यों को, PWD अधिकारियों को दिए निर्देश: सालासर बालाजी धाम के सुजानगढ़ में बने द्वार और रामदरबार की मूर्तियां गिराने के मामले में जारी सियासत पहुंची विधानसभा, सदन की कार्यवाही समाप्त होने के ठीक पहले स्पीकर जोशी ने अपने व्यक्तव्य में सुधार करते हुए घटना को बताया दुर्भाग्यपूर्ण और PWD के अधिकारियों को दिए निर्देश की इस तरह की घटना न हो आगे, हालांकि इससे पहले आज शून्यकाल में प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ और विधायक अशोक लाहोटी ने स्थगन के जरिए लगाया था यह मामला, लेकिन स्पीकर जोशी ने नहीं दी इस विषय पर बोलने की अनुमति, कहा- एनएचआई और इससे जुड़े ठेकेदार कर रहे हैं सड़क विस्तार का काम, इस तरह यह मामला है केंद्र सरकार से जुड़ा, केन्द्र का मामला होने के कारण सदन में इस विषय पर नहीं होगी चर्चा, बाद में स्पीकर जोशी की स्वीकारोक्ति के बाद राजेन्द्र राठौड़ ने साधा गहलोत सरकार पर निशाना, कहा- ‘झूठ की राजनीति करें बंद, चूरू जिले में सुजानगढ़ शहर के प्रवेश द्वार पर राम दरबार की मूर्ति लगे द्वार को प्रशासन द्वारा तोड़े जाने के मामले को माननीय स्पीकर महोदय ने दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए स्वीकारा है मेरे तथ्यों को, और राज्य सरकार के PWD विभाग के इंजीनियरों को दिये हैं निर्देश,’ पूर्व में सुजानगढ़ सालासर मार्ग NH65 का था हिस्सा, जिसको भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा सालासर नागौर परियोजना के सुजानगढ़ बाइपास निर्माण के बाद, साल 2019 में सार्वजनिक निर्माण विभाग राजस्थान को कर दिया गया था हैंडओवर