ये कलयुग नहीं, कला का युग, जहां चाय वाला PM, मठ व लाफ्टर चेलेंज वाले बन गए CM- संयम ने कसा तंज

विधानसभा में आज राजस्थान विनियोग विधेयक और राजस्थान वित्त विधेयक 2022 पर चर्चा के दौरान सीएम सलाहकार संयम लोढ़ा ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना कहा- 'ना पढ़ेगा इंडिया, ना बढ़ेगा इंडिया, हिंदू-मुस्लिम पर केवल लड़ेगा इंडिया', वहीं अपने चिर परिचित अंदाज में राज्य सरकार के हेल्थ और शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर भी लोढ़ा ने सवाल उठाए

लोढ़ा के निशाने पर बीजेपी
लोढ़ा के निशाने पर बीजेपी

Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान की 15वीं विधानसभा के सप्तम सत्र में आज का दिन भी हंगामे भरा रहा. विपक्षी दलों ने जहां सदन में अधिकारीयों की गैरमौजूदगी को लेकर सवाल उठाए, तो वहीं मुख्यमंत्री के सलाहकार एवं निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने सदन को कलयुग का अर्थ समझाते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. संयम लोढ़ा यहीं नहीं रुके उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चुटकी लेते हुए कहा कि, ‘चाय वाले प्रधानमंत्री और मठ व लाफ्टर चेलेंज वाले मुख्यमंत्री बन गए‘. लोढ़ा के इस बयान पर पलटवार करते हुए सदन में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि, ‘आप लोग तो हम तीन और हमारे तीन की मानसिकता वाले लोग हो.’ वहीं एक बार फिर संयम लोढ़ा ने अपने चिर परिचित अंदाज में राज्य सरकार के हेल्थ और शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए.

विधानसभा में आज एप्रोप्रिएशन बिल और फाइनेंस बिल पर बहस में भाग लेते हुए सिरोही विधायक एवं मुख्यमंत्री सलाहकार संयम लोढ़ा ने कहा कि, ‘आज कहा जाता है कि कलियुग है. लेकिन मुझे लगता है कि यह कला का युग है. यही कारण है कि चाय वाले प्रधानमंत्री, मठ वाले मुख्यमंत्री बन गए और लाफ्टर चैलेंज में सबको हंसाने का काम करने वाले भी मुख्यमंत्री बन गए.’ संयम लोढ़ा द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर दिए गए इस बयान पर सदन में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ भड़क गए और कहा कि, ‘क्या आप गरीबों के खिलाफ हैं. आप लोग ‘हम तीन और हमारे तीन’ की मानसिकता के हो, जो देश के प्रधानमंत्री का नाम लेकर कह रहे हो कि चाय वाला प्रधानमंत्री बन गया. हमें गर्व है कि 56 इंच के सीने वाला दुनिया का सबसे प्रसिद्ध व्यक्ति देश का प्रधानमंत्री है.’

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हालांकि संयम लोढ़ा नहीं रुके और केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए लोढ़ा ने आगे कहा कि, ‘आज देश के हालात ऐसे बन चुके हैं कि ‘ना पढ़ेगा इंडिया, ना बढ़ेगा इंडिया, हिंदू-मुस्लिम पर केवल लड़ेगा इंडिया‘. संयम लोढ़ा ने आगे कहा कि, ‘आज पुरे देश में अगर देखा जाए तो सिर्फ धर्म के नाम पर वोट मिल रहे हैं, अरे अगर धर्म के नाम पर ही वोट मिलते रहेंगे तो फिर कोई विकास का काम कोई क्यों करेगा.’

इसके साथ ही संयम लोढ़ा ने अपने चिर परिचित अंदाज में अपनी ही सरकार के विभागों की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए. हेल्थ डिपार्टमेंट का जिक्र करते हुए लोढ़ा ने कहा कि, ‘आप को आरपीएससी ने पद नहीं दिए. आपको अधिकारियों के चक्कर में नहीं आकर ध्यान इस पर देना चाहिए कि हॉस्पिटल में सफाईकर्मी डिलीवरी करा रहा है और एंबुलेंस ड्राइवर टांका लगा रहा है. आपकी कितनी पीएचसी ऐसी हैं जिनमें डॉक्टर हैं. लेकिन एक भी डिलीवरी नहीं होती है. इस पर सरकार का ध्यान होना चाहिए कि इस कमी को कैसे दूर करें. बजाय इसके कि पदोन्नति को लेकर हम नया फार्मूला लाकर नया पचरा खड़ा कर दें.

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वहीं शिक्षा विभाग का जिक्र करते हुए संयम लोढ़ा ने कहा कि, शिक्षा इतना ओवरलोडेड डिपार्टमेंट है कि यहां मंत्री तक तो बात पहुंचती ही नहीं है.’ संयम लोढ़ा ने शिक्षा मंत्री से सवाल पूछते हुए कहा कि, ‘मंत्री जी क्या आपकी जानकारी में है कि जिन स्कूलों में जीरो नामांकन है, उसमें टीचर लगे हुए हैं. क्या कोई ऐसा प्रयास हुआ कि वहां से टीचर हटाकर पिछले जिलों में लगाया जाए. 50 स्कूल ऐसे हैं जहां सिंगल टीचर हैं. अगर टीचर छुट्टी पर गया या बीमार हुआ, तो बच्चे कहां पढ़ने जाएंगे.’

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