Politalks.News/RajasthanBudget. विधानसभा में आज एप्रोप्रिएशन बिल और फाइनेंस बिल पर बहस का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने भाजपा और केन्द्र सरकार को जमकर निशाना पर लिया. सीएम गहलोत ने नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया (Leader of Opposition Gulabchand Kataria) की बीपी का जिक्र भी कर दिया तो भाजपा में जारी सीएम फेस को लेकर खींचतान पर भी जमकर तंज कसे. इसके साथ ही भाजपा पर मार्केटिंग में मास्टरी (Master’s in Marketing) करने का आरोप लगाया है. ईस्टर्न कैनाल के मुद्दे पर सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘कटारियाजी आप आरएसएस कैडर के हो, आपकी बात कौन टाल सकता है? भय को निकालो और घुस जाओ दिल्ली में पीएम के यहां, जाकर पैरवी करो. पीएम के यहां आपकी बात का वजन होगा वसुंधरा जी की बात का वजन हो न हों, लेकिन आपकी बात का वजन होगा, आप कैडर के आदमी हो. आप ईस्टर्न कैनाल पर पीएम से जाकर मांग करोगे तो आपका सम्मान भी बढ़ेगा और पीएम भी मुझे लगता है राजी होंगे, आप डर निकालो. नेता प्रतिपक्ष राजस्थान की पैरवी करें’. अपने जवाब में मुख्यमंत्री गहलोत ने एक बार फिर प्रदेश को कई सौगातें भी दी हैं. सीएम गहलोत ने कर्मचारियों को लेकर बड़ी घोषणा (Big announcement regarding employees) की है. सीएम गहलोत ने ऐलान किया कि, 1 अप्रेल 2022 से कार्मिकों की 10 फीसदी की कटौती बंद होगी. कर्मचारियों को बढ़ी हुई सैलरी ही मिलेगी.
‘BJP की मार्केटिंग में मास्टरी, लेकिन हम करते हैं काम’
भाजपा पर कटाक्ष करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि, ‘बजट को धरातल पर उतारा जाएगा. बजट की घोषणाओं को लागू करेंगे. इस पर आशंका जताने की जरूरत नहीं. बजट घोषणाओं की 100 प्रशासनिक स्वीकृतियां निकाल दी हैं. विपक्ष जानबूझकर बोल रहा है कि बजट लागू कैसे होगा? बीजेपी की तो मास्टरी है कि मार्केटिंग शानदार करनी है, चाहे काम कम करो. हम काम में लगे रहते हैं, मार्केटिंग नहीं करते हैं. बजट को लेकर विपक्ष ने सदन के अंदर आंकड़ों के खेल में फंसाकर रखा. बजट लागू नहीं होगा, यह कहकर अलग माहौल बनाने कर प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सच्चाई अलग है. 70 सालों में देश यहां तक इसलिए आया क्योंकि हमने काम किया, हमें विश्वास है, जो हमने कहा है वो हम करके दिखाएंगे, कोई शंका नहीं रखनी चाहिए’ सीएम गहलोत ने भाजपा पर सदन और जनता को गुमराह करने का आरोप भी लगाया.
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‘आप पत्थरों में जान डाल देते हो’
सदन में नेता प्रतिपक्ष के भाषण पर कटाक्ष करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को अपना अंदाज बदलना चाहिए. केंद्र ने बेरोजगारी के आंकड़ों को छुपा लिया. बजट बनाने वाले चाहे आपके वक्त हों या हमारे वक्त में अफसर वहीं होते हैं. पूरा भाषण ही विपक्ष अगर आंकड़ों पर दोगे तो कैसे काम चलेगा, आप तो पत्थरों में ही जान डाल लेते हो. ये आंकड़े लाते कहां से हो, आप तुलना करने में भी कलाकारी कर लेते हैं.
‘भावुकता में बोलते हैं कटारिया, इनका बीपी चलती है अप डाउन’
अपने रिप्लाई में सीएम गहलोत के निशाने पर आज नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया रहे. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘विपक्ष सदन को गुमराह कर रहा है, फिस्क्ल डैफिसिट को लेकर गलत बयानी की गई. कटारिया की बोलने की अदा ही ऐसी है. कटारिया भावुक होकर बोलते हैं कभी कठोर शब्द भी बोलते हैं. आप बीपी कंट्रोल रखकर बोला कीजिए, आप जब भाषण देते हैं तो बीपी अप-डाउन चलता रहता है. आप इस पर कंट्रोल रखिए नहीं तो आपके घर वाले मुझे उलाहना देंगे कि आप इनका ध्यान नहीं रखते. सदन का नेता हूं तो आपके फैमिली वालों का इतना हक तो मेरे पर बनता है’. सीएम गहलोत ने कटारिया को आश्वासन दिया कि, आप मुझे बुलाओ मैं अधिकारियों के साथ आऊंगा आपकी सारी शंकाएं दूर करूंगा. आप दावा कैसे कर सकते हैं कि बजट पूरा नहीं होगा. गहराई से अध्ययन करके आप बात रखे तो अच्छा होगा’.
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‘बजट की चिंता क्यों? हम जो कहते हैं करते हैं‘
विपक्ष को निशाने पर लेते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘विपक्ष बार बार कहता है कि बजट कैसे लागू होगा? आप चिंता क्यों करते हैं? हमारी सरकार की, बजट हम लागू नहीं करेंगे तो बदनाम हम होंगे. विपक्ष क्यों चिंता कर रहा है? आप क्या आगाह करोगे, जब कोई तर्क लगता हो तो आगाह कीजिए. मैंने बजट घोषणाओं पर बैठक ले ली। 100 प्रशासनिक मंजूरियां निकाल दी गई हैं. हमारा वित्तीय प्रबंधन शानदार है. खर्चा हो रहा है, इसका मतलब काम हो रहा है. आपने कहा मुझे खुशी होगी की यह बजट धरातल पर आ जाएगा तो, मैं अगले साल उस खुशी का इंतजार करूंगा’. सीएम गहलोत ने कहा- हम जो कहते हैं करते हैं’
‘कर्ज चुकाने की है औकात है, इसलिए ले रहे हैं कर्ज’
विपक्ष की कर्ज को लेकर आशंका को दूर करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘बिना भारत सरकार की मंजूरी के बिना आप कर्ज नहीं ले सकते. जीएसडीपी हाई होगी तो कर्ज ज्यादा मिलेगा. आप भार बढ़ने की बात कैसे कह सकते हैं? देश और दुनिया की सरकारें भारी कर्ज लेकर विकास करती हैं. कर्ज उसी लिमिट में लिया जाता है, जिस लिमिट में चुकाने की कैपिसिटी हो, राज्य सरकार उससे ज्यादा ले ही नहीं सकती, इसलिए कर्ज का भार बढ़ने की बात गलत है. कर्ज उतना ही ले सकते हैं जितनी औकात है, हमारी कर्ज चुकाने की औकात है, इसलिए कर्ज ले रहे हैं’.
‘पीएम मोदी और अमित शाह से मांग करने में डरते हैं भाजपा के नेता’
केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘केंद्र का राज्यों के प्रति रवैया ठीक नहीं है. हमारे हिस्से का केंद्र सरकार से 68 हजार मिलना चाहिए, लेकिन देगी केवल 49 हजार करोड़. केंद्र सरकार केंद्रीय करों में हिस्सा कम कर रही है. राज्यों का, उस पर कोई बोल नहीं रहा. हमारा सहयोग नहीं किया जा रह है. बीजेपी के नेता ईआरसीपी को केंद्रीय परियोजना घोषित करवाने में मदद करें, हमारे साथ चलिए, कम से कम इसमें तो पैरवी कर दीजिए, मंत्री भी राजस्थान के हैं.’ सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘मोदी और अमित शाह से मांग करते हुए ही बीजेपी नेता डरते हैं. मोदीजी और अमित शाहजी का पता नहीं क्यों एक भय बैठ गया है कि हक की बात भी नहीं करते. मार्गदर्शक मंडल बन गया वो अलग बात है, लेकिन बाकी नेता मांग ही नहीं करते.
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कोई एक नेता हो तो मैं पटा लूं, लेकिन यहां तो कई सीएम दावेदार
भाजपा में जारी सीएम फेस की खींचतान के मुद्दे पर सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘ईस्टर्न कैनाल को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने में बीजेपी नेता मदद करें, यह 13 जिलों का मामला है, बीजेपी नेता इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित करवाएं अन्यथा अगले चुनावों में 13 जिलों में साफ हो जाओगे. केंद्रीय जल संसाधन मंत्री भी हमारे राजस्थान के हैं. अब बीजेपी में एक नेता हो तो मैं पटा लूं कि राज्य हित में दिल्ली जाकर पैरवी करनी है, लेकिन यहां तो अनकों नेता हैं. केद्रीय मंत्री शेखावत साहब, कटारिया साहब, मेघवाल साहब, पूनियां साहब, देवनानी साहब ओम माथुर और ओम बिड़ला भी है सीएम के दावेदार और भी कई साहब हैं, एक नेता हो तो मैं पटा लूं कि साथ चलो, लेकिन बीजेपी में तो अनेकों नेता हैं’.
‘केन्द्र और राज्य सरकारों को लागू करनी पड़ेगी OPS’
राजस्थान विधानसभा में बजट पर रिप्लाई के दौरान सीएम गहलोत ने ओल्ड पेंशन स्कीम को लेकर कहा कि, NPS को लेकर कर्मचारियों में भविष्य को लेकर संदेह पैदा हुआ था. अब OPS को मोदी सरकार और अन्य राज्यों को भी लागू करनी पड़ेगी’. इस मामले को लेकर पूर्व CAG के अखबार में लिखे आर्टिकल पर सवाल उठाते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘शायद दिल्ली के दबाव में लेख लिखा गया होगा’.
सीएम गहलोत ने की कई घोषणाएं
- पत्रकार कल्याण कोष से पत्रकारों के बच्चों को मिलेगी स्कॉलरशिप
- 250 उच्च प्राथमिक राजकीय विद्यालयों को सीनियर सेकेंडरी में क्रमोन्नत किया जाएगा
- 500 राजकीय विद्यालयों में नये विषय संकाय खोले जायेंगे
- मदन मोहन मालवीय राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय उदयपुर में 6 स्नातक विभागों को स्नातकोत्तर में क्रमोन्नत करते हुए 50 बेड की वृद्धि की जायेगी
- आगामी वर्ष में 500 राजकीय प्राथमिक विद्यालयों को उच्च प्राथमिक विद्यालयों में क्रमोन्नत किया जायेगा
- फूड सेफ्टी एंड कंट्रोल कमिश्नरेट खोलने की घोषणा
- बीकानेर, जोधपुर, उदयपुर, अजमेर मेडिकल कॉलेजों में कैथ लैब की स्थापना की जायेगी
- मेडिकल हेल्थ वॉलंटियर फोर्स के गठन का प्रस्ताव
- 100 अतिरिक्त जनता क्लिनिक खोले जाएंगे
- 200 करोड़ रुपये का होगा व्यय
- ग्रामीण ओलंपिक के साथ-साथ राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता करवाई जाएगी
- स्पोर्ट्स पर्सन पेंशन योजना लागू की जाएगी
- 20 हजार रुपए प्रतिमाह पेंशन दी जाएगी
- प्रत्येक जिला स्टेडियम में ओपन जिम स्थापित होंगे
- राणा प्रताप आवास अनुदान योजना में दी जाने वाली 70 हजार रुपए से बढ़ाकर 1 लाख 20 हजार रुपए करने की घोषणा
- अम्बेडकर डीबीटी वाउचर योजना में अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र भी होंगे शामिल
- विशेष योग्यजन को पेंशन राशि के अतिरिक्त 1 हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रतिमाह देने की घोषणा
- 5000 नई राशन की दुकानें खोलने की घोषणा