Politalks.News/Rajasthan. सुजानगढ़ में फोरलेन सड़क विस्तार के लिए सालासर बालाजी के प्रवेश द्वार और राम दरबार को जेसीबी से ध्वस्त करने के मामले को लेकर प्रदेश की सियासत गरमा हुई है. जेसीबी की मदद से गिराए गए राम दरबार और प्रवेश द्वार की गूंज आज विधानसभा में भी सुनाई दी. बीजेपी नेता इस पूरे मामले को लेकर सदन में चर्चा करना चाहते थे इसके लिए शून्यकाल में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ स्थगन प्रस्ताव लेकर आये लेकिन विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने इस मुद्दे पर चर्चा की अनुमति नहीं दी. सीपी जोशी ने कहा कि, ‘केंद्र सरकार के मुद्दे पर विधानसभा में किसी तरह की कोई चर्चा नहीं हो सकती.’
राठौड़ लाए स्थगन प्रस्ताव, जोशी बोले- केन्द्र सरकार के मुद्दे पर विधानसभा में नहीं हो सकती चर्चा
राजस्थान विधानसभा की 15वीं विधानसभा का सप्तम् सत्र जारी है. सदन में आज शून्यकाल के दौरान सालासर में नेशनल हाईवे को चौड़ा करने के लिए राम दरबार की मूर्ति गिराए जाने सम्बन्धी मामले की गूंज सुनाई दी. शून्यकाल के दौरान सदन में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने इस मुद्दे को लेकर स्थगन प्रस्ताव रखा लेकिन विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने इसकी अनुमति नहीं दी. उपनेता प्रतिपक्ष ने जब सदन में इस पर चर्चा के लिए अपनी बात रखने की कोशिश की तो विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने राजेंद्र राठौड़ को बीच में ही टोक दिया और कहा कि, ‘केंद्र सरकार के मुद्दे पर विधानसभा में चर्चा नहीं हो सकती.’
भारत सरकार की संस्था और कॉन्ट्रेक्टर ही कर रहे थे उस सड़क पर काम- जोशी
सीपी जोशी ने आगे कहा कि, ‘भारत सरकार की संस्था और कॉन्ट्रैक्टर ही उस सड़क का काम कर रहा है. भगवान राम की मूर्ति वहां पर लगी हुई थी, उसे जिस तरह से गिराया गया, वह दुर्भाग्यूपर्ण है, आपकी भावना को भारत सरकार से अवगत करा देंगे लेकिन राज्य विधानसभा में इस पर चर्चा नहीं होगी.’ आपको बता दें कि इस पूरे मामले के सामने आने के बाद बीजेपी के दिग्गज नेताओं ने प्रदेश की गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था.
संयम लोढ़ा ने संभाला मोर्चा- राजस्थान सरकार का नहीं है कोई लेना देना
सालासर रोड पर गिराए गए तोरण द्वार को लेकर निर्दलीय विधायक और सीएम सलाहकार संयम लोढ़ा ने कहा कि, ‘NHAI ठेकेदार ने गेट गिराया है. NHAI का ठेकेदार है. केन्द्र को हाईवे प्रोजेक्ट बनाते समय सोचना चाहिए था क्या क्या छोड़ना है. राजस्थान सरकार का इसमें कोई लेना देना नहीं है. पीएम मोदी और नीतीन गडकरी को ही इसका जवाब देना चाहिए कि मंदिर के गेट को केंद्र सरकार के इस प्रोजेक्ट के लिए क्यों तोड़ा गया’.
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गौरतलब है कि चूरू जिले के सालासर-सुजानगढ़ में राम दरबार की मूर्ति लगे द्वार को बुलडोजर से ध्वस्त करने का मामला सामने आया है. फोरलेन बनाने के लिए इस रोड को चौड़ा किया जाना था, इसीलिए NHAI के ठेकेदारों ने इस गेट को 15 मार्च की रात को ध्वस्त कर दिया था. सड़क पर स्थित प्रवेश द्वार को ठेकेदार ने रात को गिरा दिया. जबकि इस प्रवेश द्वार पर राम दरबार की मूर्तियां लगी हुई थीं, जिन्हें पहले हटाया नहीं गया था. मूर्तियों को भी प्रवेश द्वार के साथ ही गिरा दिया गया. इसको लेकर लोग आक्रोशित हैं. इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है.