गरीब के कल्याण के लिए कानून तोड़ना पड़े तो तोड़ें, ई-रिक्शा की शुरुआत हुई इसी सोच से- गडकरी: केन्द्रीय सडक परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का बड़ा बयान- ‘यदि गरीब को राहत देने के लिए कानून तोड़ना पड़े तो वे तोडेंगे, लोगों की भावनाओं को जीतकर आगे जाना ही है लीडरशिप’, राजस्थान विधानसभा में आज संसदीय लोकतंत्र और जन अपेक्षाएं विषय पर आयोजित सेमिनार के दौरान दिया बयान, गडकरी ने कहा- ‘ई रिक्शा को शुरू करने के पीछे भी उनकी थी यहीं सोच, एक आदमी दूसरे को खींचे, यह है शोषण, इसी सोच के साथ ई रिक्शा करवाया गया था शुरू’, नितिन गडकरी ने कहा- ‘हम हैं दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र, इसके चार स्तंभ हैं विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका और मीडिया, राजनीति समाज में परिवर्तन लाने का है काम, इससे निचले पायदान पर जो आदमी है उसका बदलना है जीवन’, गडकरी ने कहा- ‘सत्ता तो होनी चाहिए सोशल सर्विस के लिए, आज हम बदलेंगे तो समाज बदलेगा ओर फिर देश बदलेगा’
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