केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय सीट से सांसद गिरिराज सिंह ने अपने ही नेताओं पर ‘दावत-ए-इफ्तार’ में जाने को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने बिहार में सत्तारूढ़ दलों यानी बीजेपी, जेडीयू और एलजेपी के नेताओं की चार तस्वीरों को ट्वीट करते हुए पूछा है कि अपने कर्म धर्म में हम पिछड़ क्यों जाते हैं और दिखावा में आगे रहते हैं? गिरिराज सिंह ने ट्वीट पर लिखा है, ‘कितनी खूबसूरत तस्वीर होती जब इतनी ही चाहत से नवरात्रि पे फलाहार का आयोजन करते और सुंदर सुदंर फ़ोटो आते? अपने कर्म धर्म मे हम पिछड़ क्यों जाते और दिखावा में आगे रहते है?’
गिरिराज सिंह ने जो तस्वीर साझा की है उसमें एनडीए के घटक दलों के नेताओं के नेताओं के अलावा महागठबंधन में शामिल हम के अध्यक्ष जीतन राम मांझी नजर आ रहे हैं. पहली तस्वीर में रामविलास पासवान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मिल रहे हैं और बगल में बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी खड़े हैं. यह तस्वीर एलजेपी की तरफ से आयोजित इफ्तार की है. दूसरी तस्वीर में नीतीश कुमार, जीतन राम मांझी, रामविलास पासवान नजर आ रहे हैं. यह तस्वीर जेडीयू के इफ्तार की है.
वहीं, तीसरी तस्वीर में नीतीश और मांझी नजर आ रहे हैं. ये तस्वीर हम के इफ्तार की है. बिहार में विपक्षी पार्टी आरजेडी ने भी इफ्तार का आयोजन किया है, लेकिन गिरिराज सिंह ने इसकी तस्वीर साझा नहीं की है. गिरिराज के इस ट्वीट के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. इसका कारण यह है कि इफ्तार पार्टी की इन तस्वीरों में बीजेपी के नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी भी हैं, सहयोगी पार्टी लोजपा के रामविलास पासवान भी हैं, लेकिन गिरिराज का इशारा मुख्यत: नीतीश कुमार पर है. हिंदुत्व के नाम पर पार्टी के कद्दावर नेता कहे जाने वाले गिरिराज ने एक तरह से इफ्तार पार्टी के बहाने लालू यादव की पार्टी राजद और जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा से नीतीश की नजदीकी को लेकर तंज कसा है.
बीजेपी नेता और कैबिनेट मंत्री गिरिराज सिंह ने ऐसे समय में अपने ही नेताओं पर सवाल उठाए हैं जब एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. आपको बता दें कि केंद्र में मंत्रिमंडल गठन के दौरान बीजेपी ने एनडीए की सहयोगी जेडीयू को सरकार में एक पद ऑफर किया. नीतीश कुमार ने बीजेपी के इस ऑफर को ठुकरा दिया. राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि मंत्रिमंडल में मात्र एक जगह दिए जाने से नीतीश नाराज हैं. हालांकि नीतीश ऐसी किसी भी रिपोर्ट को खारिज कर चुके हैं, लेकिन बीजेपी से नीतीश की नाखुशी को तब बल मिला जब रविवार को नीतीश ने बिहार मंत्रिमंडल का विस्तार किया और इस दौरान बीजेपी के एक भी सदस्य को शामिल नहीं किया.
इस बीच लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी छोड़कर महागठबंधन में शामिल होने वाले उपेंद्र कुशवाहा ने बीजेपी को आगाह किया है कि नीतीश कुमार एक बार फिर से बीजेपी को धोखा देने वाले हैं और बीजेपी को जेडीयू अध्यक्ष के धोखा पार्ट-2 के लिए तैयार रहना चाहिए. उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार और बीजेपी के बीच की ताजा राजनीतिक घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए कहा, ‘मैं भाजपा को बताना चाहता हूं कि नीतीश कुमार लोगों के जनादेश का अपमान करने के लिए जाने जाते हैं, लोगों के जनादेश और गठबंधन के सहयोगियों को धोखा देना उनकी पुरानी आदत है, भाजपा को धोखा नंबर-2 के लिए तैयार रहना चाहिए.’
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ऐसा कोई सगा नहीं जिसको नीतीश ने ठगा नहीं. उन्होंने कहा कि यह कहावत जल्द ही सच में बदल जाएगी और इसलिए भाजपा को सतर्क रहना चाहिए. कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार ने इस योजना पर अमल शुरू कर दिया है. गौरतलब है कि कुशवाहा इस बार बिहार में एनडीए से हटकर महागठबंधन के खेमे में शामिल होकर चुनाव लड़े, लेकिन कुशवाहा समेत पूरा महागठबंधन बिहार में एनडीए की लहर में उड़ गया.