डॉक्टर्स व सरकार के बीच हुए समझौते पर संशय, महारैली में मौजूद अधिकांश डॉक्टर्स समझौते से दिख रहे नाखुश, अधिकांश डॉक्टर्स की अब भी कर रहे सिर्फ एक ही मांग “नो तू आरटीएच”, हालांकि कुछ देर बाद डॉक्टर्स का प्रतिनिधिमंडल जीबीएम में करेगा आगे की घोषणा, सरकार व डॉक्टर्स के बीच इन 8 मांगों पर बनी थी सहमति, 50 से कम बेड वाले अस्पताल पर नहीं लागू होगा आरटीएच, निजी मेडिकल कॉलेज, अस्पताल पीपीपी मोड के अस्पताल पर आरटीएच होगा लागू, सरकार से रियायती दरों पर जमीन लेने वाले अस्पताल, ट्रस्ट वाले अस्पतालों पर आरटीएच होगा लागू, आंदोलन के दौरान दर्ज किए गए मुकदमे होंगे वापस, अस्पतालों के लिए लाइसेंस और अन्य विकृतियों के लिए होगा सिंगल विंडो सिस्टम, फायर एनओसी का नवीनीकरण हर 5 साल में किया जाएगा, नियमों में कोई परिवर्तन आईएमए के 2 प्रतिनिधियों के परामर्श के बाद किया जाएगा, रियायती दरों पर बिलिंग को भी आरटीएच अधिनियम के बाहर रखा जाएगा