PoliTalks.news. यूपी के अयोध्या में जो कुछ चल रहा है, उस क्षण का लंबे समय से देशभर में इंतजार किया जा रहा है और वो है राम मंदिर का निर्माण. 5 अगस्त को राम मंदिर का भूमि पूजन होने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद राम मंदिर का भूमि पूजन करने वाले हैं और अयोध्या पधार रहे हैं. हालांकि राम मंदिर की लड़ाई कथित तौर पर 400 सालों से भी लंबी बताई गई है और इसके लिए कई आंदोलन भी चले. 6 दिसम्बर, 1992 को बाबरी मस्जिद को ऐसे ही एक आंदोलन के चलते गिरा दिया गया. इस पूरे आंदोलन के बीच जो भाजपा के सबसे बड़े हीरो बनकर उभरे वो थे यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह. उन्हें भी भूमि पूजन में आने का बुलावा भेजा गया है.
इस मौके पर कल्याण सिंह की खुशी देखते नहीं बनती है. इसकी एक वजह ये भी है कि कल्याण सिंह ने इस आंदोलन के लिए अपना सब कुछ खोया है, मुख्यमंत्री की कुर्सी तक उन्हें इसके लिए छोड़नी पड़ी थी.
इस मौके पर कल्याण सिंह से घटना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जो होना था हो गया, सरकार भी चली गई लेकिन मुझे दुख सरकार जाने का नहीं बल्कि गोली ना चलाने पर है, वरना देशभर में सामप्रदायिक दंगे भड़क सकते थे. इस मौके पर उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि राम मंदिर आंदोलन काफी लंबे वक्त तक चला, अब जाकर सफलता मिली है. 5 अगस्त का दिन ऐतिहासिक होने वाला है. मैं खुद एक दिन पहले ही अयोध्या पहुंच जाऊंगा.
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उस दिन का किस्सा साझा करते हुए कल्याण सिंह ने कहा कि वहां पर जिला प्रशासन ने कहा था कि हमने केंद्रीय सुरक्षाबल की 4 बटालियन मांगी है, मजिस्ट्रेट भी मिला है लेकिन संख्याबल काफी ज्यादा है. हमने उन्हें रोका हुआ है. हमें बताया जाए कि हम गोली चलाएं या नहीं चलाएं.. कल्याण सिंह ने बताया कि मैंने लिखित में आदेश दिया था कि जैसी स्थिति है, उसमें गोली ना चलाई जाए, वरना माहौल बिगड़ सकता है. अगर गोली चलती तो हजारों लोग मारे जाते और देश में हिंसा हो सकती थी. पूर्व सीएम ने कहा कि मुझे गर्व है कि मेरे माथे पर किसी भी कारसेवक की जान लेने का आरोप नहीं है.
कल्याण सिंह ने कहा कि 500 साल तक संघर्ष हुआ लेकिन राम जन्मभूमि मुक्त नहीं हो पाई थी. बाबर के साथी मीर बाकी ने हिन्दुओं को अपमानित करने के लिए मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई थी. बाबरी मस्जिद का ढांचे गिरने पर कल्याण सिंह ने कहा कि जो होना था वो हो गया. ढांचा गिरा तो सरकार चली गई. मुझे सजा भी हुई थी 24 घंटे की, लेकिन मेरे जैसे करोड़ों हिन्दुओं की यही आशा थी कि राम का मंदिर बने. मंदिर के साथ ही देश भी आत्मनिर्भर बनेगा और प्रधानमंत्री का नारा पूरा होगा.
मंदिर बनने के श्रेय पर राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह ने कहा कि जिसने भी मंदिर बनाने के लिए संघर्ष किया, अपने प्राणों को न्यौछावर किया, उन सभी को इसका श्रेय मिलना चाहिए. साथ ही साथ केंद्र एवं राज्य सरकार को भी पूरा श्रेय मिलना चाहिए.
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बता दें, 5 अगस्त को भव्य कार्यक्रम के दौरान राम मंदिर का भूमि पूजन होना है. हालांकि कोरोना संकट को देखते हुए मेहमानों की संख्या कम रखी गई है. इसके बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा करीब 200 मेहमान अयोध्या में मौजूद रहेंगे. लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती सहित कई दिग्गज इस दिन अयोध्या में होने वाले भूमि पूजन में शामिल होंगे.