बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में चमकी बुखार (इंफेसेलाइटिस) से मरने वाले बच्चों की संख्या 100 से अधिक हो गई है. इसी बीच सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने मुजफ्फरपुर सीजेएम कोर्ट में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के खिलाफ स्वास्थ्य व्यवस्था में लापरवाही बरतने का मुकदमा दर्ज कराया है. सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी को ओर से दायर इस मुकदमे की सुनवाई 24 जून को होगी.
कल स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बिहार के मुजफ्फरपुर का दौरा किया था. इस दौरान उनके साथ उनके जुनियर मंत्री बक्सर सांसद अश्विनी चौबे भी मौजूद रहे. हर्षवर्धन ने इस दौरान श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) का दौरा किया. यह जिले का सबसे बड़ा अस्पताल है. हर्षवर्धन ने अस्पताल का दौरा करने के बाद डॉक्टरों और स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक ली थी.
बहरहाल चमकी बुखार की रोकथाम को लेकर सरकार ने अब तक जो भी प्रयास किए है, नाकाफी साबित होते दिखाई दे रहे हैं. बिहार में पिछले एक महीने में चमकी बुखार से लगभग 130 बच्चों की जान जा चुकी है. सबसे ज्यादा मामले मुजफ्फपुर जिले से सामने आए है.