भाजपा फोन टेपिंग और जासूसी की एक्सपर्ट तो संबित पात्रा झूंठ के जनरेटर- कांग्रेस का BJP पर पलटवार

संबित पात्रा और बीजेपी को जवाब देते हुए पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने जमकर निशाना साधा, कहा- मोदी और शाह में है इतनी हिम्मत की सामने आकर कहें कि अगर ऑडियो सही साबित हो गए तो हम इस्तीफा दे देंगे

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Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में जारी सियासी घमासान के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर चरम पर है. शनिवार सुबह भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संदीप पात्रा ने पत्रकार वार्ता कर फोन टेपिंग के मामले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम आने पर टेपिंग प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. वहीं संबित पात्रा को जवाब देते हुए पीसीसी चीफ व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने संबित पात्रा और बीजेपी पर जमकर पलटवार कर भाजपा प्रवक्ता सबित पात्रा को झूठ का जनरेटर बताया.

लोकतंत्र को भाजपा द्वारा जा रहा है रौंदा

पीसीसी चीफ व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने पत्रकारों से रूबरू होते कहा कि भाजपा के नेतृत्व में इस देश में कानून राज नहीं रहेगा और अराजकता का माहौल हो जाएगा. देश के लोकतंत्र को भाजपा द्वारा रौंदा जा रहा है. भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व विधायकों की खरीद-फरोख्त की बात इस तरह से स्वीकार कर रहा है. संबित पात्रा कह रहे हैं कि हां हमने चोरी की है, डकैती की है, लेकिन आपने कैमरे में कैद कैसे कर लिया. कांग्रेस के 19 बागी विधायकों में से एक भी नहीं कह रहा है कि हमारी बात हुई है. विधायक भंवर लाल या विश्वेंद्र सिंह नहीं कह रहे हैं कि हमारी बात को पेश किया गया है.

भाजपा नहीं है खरीद फरोख्त में शामिल तो एसओजी को क्यों रोका

डोटासरा ने पीएम मोदी और भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से सवाल करते हुए कहा कि अगर भाजपा कांग्रेस विधायकों की खरीद-फरोख्त में शामिल नहीं है तो हरियाणा रिसोर्ट में भाजपा की सरकार द्वारा हरियाणा पुलिस लगाकर एसओजी को क्यों रोका गया? भाजपा सरकार, हरियाणा पुलिस द्वारा राजस्थान के विधायकों को चोर दरवाजे से निकलने का यह कुकृत्य क्यों किया ?

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यदि दोषी व्यक्ति प्रदेश की सीमा पार कर दूसरे प्रदेश में चला जाए तो क्या संविधान और कानून के मुताबिक प्रदेश की सरकार को पुलिस की मदद नहीं करनी चाहिए थी ? एक तरफ तो हम कह रहे हैं विदेशों से भगोड़ो को लाएंगे और दूसरी तरफ हमारे यहां की एसओजी जाती है तो पुलिस वहां चोर दरवाजे से विधायकों को निकालने का काम करती है, क्या यह संवैधानिक है ?

कांग्रेस के बागी विधायकों पर विशेष कृपा क्यों

गोविंद सिंह डोटासरा ने आगे सवाल उठाते हुए कहा कि क्या सचिन पायलट जी और उनके साथी बागी विधायक बताएंगे कि अपने खुद के प्रदेश राजस्थान की पुलिस पर उन्हें भरोसा क्यों नहीं है? उनको हरियाणा की भाजपा सरकार की पुलिस पर भरोसा क्यों है? खट्टर सरकार द्वारा पुलिस का सुरक्षा चक्र जो भाजपा के विधायक को तक को नहीं दिया जाता कांग्रेस के विधायकों पर विशेष कृपा क्यों की जा रही है? यह जवाब केंद्रीय नेतृत्व को देना चाहिए. भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा की पत्रकार वार्ता इस बात का सीधा सबूत है की रंगे हाथों पकड़े जाने पर ऐतराज है. क्या यह उनके मन के चोर को प्रदर्शित नहीं करती है.

भाजपा फोन टेपिंग और जासूसी की एक्सपर्ट

डोटासरा ने आगे कहा कि भाजपा फोन टेपिंग और जासूसी की एक्सपर्ट है. जनादेश चोरी करते पकड़े जाने पर निराधार आरोप कांग्रेस पर लगा रही है. यह सब इसलिए किया जा रहा है कि भाजपा विधायक खरीद फरोख्त की आंच केंद्र तक पहुंच गई है. राजस्थान की विधानसभा में विधायक विश्वेंद्र सिंह ने राजेंद्र राठौड़ पर आरोप लगाए थे कि आपने आपकी सरकार हमारे फोन टेप कर रही है.

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इस तरह के कई उदाहरण है जिसमें भारतीय जनता पार्टी को महारत हासिल है, प्रजातांत्रिक ग्रुप से रूप से चुनी हुई सरकारों को किस प्रकार से गिराना है. इसके बाद भी पत्रकार वार्ता करके झूठ पर झूठ बोल कर उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत चरितार्थ करते रहते हैं.

फोन टेपिंग सही हुई तो क्या मोदी शाह देंगे इस्तीफा

परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने फोन टेपिंग पर कहा कि सब कुछ साफ साफ हो गया है. अब प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह को जवाब देना चाहिए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि यदि ऑडियो गलत साबित हो गए तो मैं राजनीति से सन्यास दे दूंगा. क्या इतनी हिम्मत पीएम मोदी और अमित शाह जी में है कि वह सामने आकर कहे कि अगर ऑडियो सही साबित हो गए तो हम इस्तीफा दे देंगे. यह देश के लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है. सीएम गहलोत ने देश के लोकतंत्र को बचाने का मुद्दा उठाया है. सीएम गहलोत ने कहा है कि सरकारें बनती रही है, बिगड़ती रही है लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है.

भाजपा के वरिष्ठ नेता बन गए है केंद्रीय मंत्री के प्रवक्ता

खाचरियावास ने प्रदेश भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि फोन टेपिंग में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिह शेखावत का नाम सामने आने पर गुलाबचंद कटारिया और राजेंद्र राठौड़ जैसे सीनियर नेता इस तरह बयान दे रहे है जैसे गजेंद्र सिंह शेखावत के प्रवक्ता हो. मध्यप्रदेश में सभी ने देखा खुलेआम तोड़फोड़ हुई. खुलेआम विधायकों की खरीद-फरोख्त हुई. आज हमारे जो बागी विधायक चले गए वह पहले दिन बयान देते हैं सरकार अल्पमत में है, हमारे पास 30 विधायक हैं. मुझे दुख इस बात का है कि हमारे यहां पीसीसी चीफ और उपमुख्यमंत्री पद के मायने होते हैं. हम मर सकते हैं लेकिन जिस हाथ के निशान से जीत कर आएं है. जिस निशान से बीजेपी को हराया आज बीजेपी के साथ मिलकर देश की जनता के साथ धोखा नहीं कर सकते.

पूनियां ने नहीं लिया गंभीरता से इसलिए हारे चुनाव

सतीश पूनियां पर निशाना साधते हुए खाचरियावास से कहा कि मैं राजस्थान विश्वविद्यालय का अध्यक्ष था तब भी सतीश पूनियां जो बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, जो मुझे गंभीरता से नहीं लेते है तब भी उन्होंने मुझे गंभीरता से नहीं लिया था और वह मेरे सामने चुनाव हार गए थे. मैं पूछना चाहता हूं कहां है वसुंधरा जी, भाजपा की बैठकों में वसुंधरा जी क्यों नहीं आती है. क्यों कैलाश मेघवाल बोल रहे हैं वो विधानसभा के अध्यक्ष रहे हैं. नियम कायदे कानून को समझते हैं. वह जानते हैं इस तरीके से सरकार नहीं गिराई जा सकती. कहां है नीतियों सिद्धांतों की बात करने वाली भाजपा. आरएसएस का नीति सिद्धांत कार्य यही है की चुनी हुई सरकारों को गिरा दे.

संबित पात्रा हैं झूठ के जनरेटर

कांग्रेस के बागी विधायकों की बाडाबंदी पर खाचरियावास ने कहा कि यह बाड़ेबंदी कांग्रेस की नहीं है. बाड़ेबंदी में जो हमारे विधायक गए हैं वह बीजेपी के पैरोल पर हैं. आज तक उनका एक बयान नहीं आया. रोजाना सीएम गहलोत मीडिया के सामने आते है, रणदीप सुरजेवाला सहित कांग्रेस का हर आदमी मीडिया के सामने आता है. वह सामने क्यों नहीं आते है उनकी जगह सामने भाजपा आती है, क्योंकि भाजपा ने इस खेल की पूरी स्क्रिप्ट लिखी है. सभी जवाब बीजेपी को देने हैं. हिंदुस्तान में झूठ का सबसे बड़ा जनरेटर संबित पात्रा है.

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ऑडियो आने के बाद बहुत से लोगों की जबान बंद हो गई. ट्वीट आने बंद हो गए. सबको समझ आ गया है कि खेल उल्टा पड़ रहा है. अभी भी कांग्रेस के बागी विधायकों से कहना चाहूंगा कि अभी भी वापस आ जाएं जनता उन्हें यहां पर कांग्रेस के मंच पर देखना चाहती हैं. जीत हमारी होगी बीजेपी के घुटने टिक जाएंगे और पूरा हिंदुस्तान देखेगा की बीजेपी ने जो पाप मध्यप्रदेश में किया उस पाप का घड़ा राजस्थान में फूटेगा.

संवैधानिक संस्थाओं की मर्यादाओं को बीजेपी ने किया तार-तार

चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि हाईकोर्ट में बागी विधायकों की पैरवी कौन कर रहा है. मुकुल रोहतगी कौन है, हरीश साल्वे कौन है, वकील तो कम से कम कांग्रेस विचारधारा के करने चाहिए थे. प्रदेश में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीकी लोगों पर इनकम टैक्स के छापे डाल कर क्या साबित करना चाहते हो. संवैधानिक संस्थाएं इनकम टैक्स, ईडी और सीबीआई का जिस तरीके से दुरुपयोग बीजेपी द्वारा किया जा रहा है. यह जगजाहिर है कि इससे कोई डरने वाला नहीं है. इन संवैधानिक संस्थाओं की मर्यादाओं को बीजेपी ने तार-तार कर दिया है. मानेसर होटल तख्तापलट का स्थाई अड्डा बन गया है. मध्य प्रदेश के 22 विधायकों के बाद राजस्थान के विधायकों को भी वहीं रखा गया है. भाजपा अब बेनकाब हो गई है, लोकतंत्र को जिंदा रखने की लड़ाई कांग्रेस लड़ेगी.

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